fbpx
rakshabandhan

11 या फिर 12 कब है रक्षाबंधन का त्यौहार, दूर करें अपना कन्फ्यूजन-इस शुभ मुहूर्त में बांधें राखी!

भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को समर्पित है, ये रक्षाबंधन का त्यौहार। सावन की पूर्णिमा तिथि को हर वर्ष रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है। लेकिन इस साल रक्षाबंधन की तारीख को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। कुछ ज्योतिष का कहना है कि इस बार रक्षाबंधन का त्योहार 11 अगस्त को मनाना शुभ रहेगा, तो वहीं कुछ का कहना है कि 12 अगस्त को मनाना उत्तम रहेगा।

ज्योतिष के जानकार भी रक्षाबंधन की तारीख को लेकर अलग-अलग सलाह दे रहे हैं। तिथि के अलावा इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का भी साया है। रक्षाबंधन का त्योहार हमेशा भद्रा रहित समय में मनाया जाना चाहिए। क्या कहता है पंचांग और शास्त्रानुसार किस दिन राखी का त्योहार मनाना रहेगा उचित  ?

11 अगस्त को राखी मनाना है शुभ:

11 अगस्त को पूर्णिमा तिथि के लगने के साथ ही भद्रा शुरू हो जाएगी, लेकिन भद्रा का वास पाताल लोक में रहेगा। मुहूर्त शास्त्र चिंतामणि के अनुसार जब भद्रा का वास पृथ्वीलोक पर होता है तो इस दौरान शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जा सकते हैं।

यह भी पढ़ें: रक्षाबंधन स्पेशल 2022: इस बार प्रदेश सरकार ने बहनों को दिया खास तौफा, रोडवेज बसों में दो दिन कर सकेंगी नि:शुल्क यात्रा!

लेकिन यही भद्रा जब पाताललोक में निवास करे तो इसका असर पृथ्वी वासियों के ऊपर नहीं होता है। भद्रा जिस लोक में निवास करती हैं उसका असर उसी लोक में रहता है। ऐसे में 11 अगस्त को भद्रा का निवास पृथ्वी पर नहीं है इसलिए रक्षाबंधन 11 अगस्त को मनाया जा सकता है।

भाई बहन का त्यौहार रक्षाबंधन

भद्राकाल को क्यों माना गया अशुभ:

भद्राकाल में राखी बांधना अशुभ माना गया है, इसके पीछे एक पौराणिक कथा है कि शनिदेव की बहन का नाम भद्रा था। भद्रा का स्वभाव बहुत क्रूर था वो हर मांगलिक कार्य, पूजा-पाठ, यज्ञ में विघ्न डालती थी। इसलिए  भद्राकाल में कोई शुभ काम करना अच्छा नहीं माना जाता। इसके परिणाम भी अशुभ ही होते हैं।

Raksha Bandhan

रक्षाबंधन कैसे मनाएं और जानें कब है शुभ मुहूर्त:

रक्षाबंधन वाले दिन जब आप सुबह तैयार होते हैं तो उस दिन काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए। जब आप अपने भाई की कलाई पर राखी या धागा बांधते हैं तो ध्यान रखना है कि राखी या धागे की गांठ तीन होनी चाहिए। पहली गांठ भाई की लंबी उम्र और सेहत के लिए बांधी जाती है। दूसरी गांठ भाई की सुख-समृद्धि के लिए बांधी जाती है। तीसरी गांठ रिश्ते को मजबूत करती हैं। ये तीन गांठें गांठें ब्रह्मा, विष्णु और महेश को भी सम्बोधित करती हैं।
 11 अगस्त को सुबह 9 बजकर 28 मिनट से रात 9 बजकर 14 मिनट तक राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है।

Leave a Comment

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

बदलते मौसम में अक्सर हो जाती है गले में खराश, गर्मियों में ये उपाय करें! क्या आप भी अपने बच्चे की स्किन पर white patches देख कर हैं परेशान,जानिए इसकी वजह! चीनी को कर दें ना, वर्ना हो सकता है बहुत बड़ा नुक्सान ! पूरी बनाने के बाद, अक्सर तेल बच जाता है,ऐसे में महंगा तेल फैंक भी नही सकते और इसका reuse कैसे करें! रक्तदान है ‘महादान’ क्या आपने करवाया, स्वस्थ रहना है तो जरुर करें, इसके अनेकों हैं फायदे! गर्मियों में मिलने वाले drumstick गुणों की खान है, इसकी पत्तियों में भी भरपूर है पोषण! क्या storage full होने के बाद मोबाइल हो रहा है हैंग, तो अपनाएं ये तरीके!