हिन्दू धर्म शास्त्रों के अनुसार देवो के देव महादेव अजन्मे है, अनंत है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, महादेव शिवशंकर जहाँ-जहाँ स्वयं प्रगट हुए उन बारह स्थानों पर स्थित शिवलिंगों को ज्योतिर्लिंगों के रूप में पूजा जाता है।
शास्त्रों एवं पुराणों के अनुसार शिवजी जहाँ-जहाँ स्वयं प्रगट हुए उन बारह स्थानों पर स्थित शिवलिंगों को ज्योतिर्लिंगों के रूप में पूजा जाता है। सम्पूर्ण तीर्थ ही लिंगमय है तथा सब कुछ लिंग में समाहित है। वैसे तो शिवलिंगों की गणना अत्यन्त कठिन है। जो भी दृश्य दिखाई पड़ता है अथवा हम जिस किसी भी दृश्य का स्मरण करते हैं, वह सब भगवान शिव का ही रूप है, उससे पृथक कोई वस्तु नहीं है। सम्पूर्ण चराचर जगत पर अनुग्रह करने के लिए ही भगवान शिव ने देवता, असुर, गन्धर्व, राक्षस तथा मनुष्यों सहित तीनों लोकों को लिंग के रूप में व्याप्त कर रखा है। सम्पूर्ण लोकों पर कृपा करने की दृष्टि से ही वे भगवान महेश्वर तीर्थ में तथा विभिन्न जगहों में भी अनेक प्रकार के लिंग धारण करते हैं। जहाँ-जहाँ जब भी उनके भक्तों ने श्रद्धा-भक्ति पूर्वक उनका स्मरण या चिन्तन किया, वहीं वे अवतरित हो गये अर्थात प्रकट होकर वहीं स्थित (विराजमान) हो गये। जगत का कल्याण करने हेतु भगवान शिव ने स्वयं अपने स्वरूप के अनुकूल लिंग की परिकल्पना की और उसी में वे प्रतिष्ठित हो गये। ऐसे लिंगों की पूजा करके शिवभक्त सब प्रकार की सिद्धियों को प्राप्त कर लेता है। भूमण्डल के लिंगों की गणना तो नहीं की जा सकती, किन्तु उनमें कुछ प्रमुख शिवलिंग हैं।
आइए जानते है भारत में स्थित 12 ज्योतिर्लिंगों के बारे में-
1. सोमनाथ ज्योतिर्लिंग (Somnath Jyotirlinga) –
सोमनाथ ज्योतिर्लिंग भारत का ही नहीं अपितु इस पृथ्वी का पहला ज्योतिर्लिंग माना जाता है। यह मंदिर गुजरात राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित है। शिवपुराण के अनुसार दक्षप्रजापति के श्राप से बचने के लिए, सोमदेव (चंद्रदेव) ने भगवान शिव की आराधना की। अंततः शिव प्रसन्न हुए और सोम(चंद्र) के श्राप का निवारण किया। सोम के कष्ट को दूर करने वाले प्रभु शिव की यहाँ पर स्थापना स्वयं सोमदेव ने की थी ! इसी कारण इस तीर्थ का नाम ”सोमनाथ” पड़ा। अभी तक विदेशी आक्रमणों के कारण यह मंदिर 17 बार नष्ट हो चुका है। और हर बार यह बिगड़ता और बनता रहा है।
[/nextpage][nextpage title=”मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग” ]2- मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग (Mallikārjuna Jyotirlinga)-
यह ज्योतिर्लिंग आन्ध्र प्रदेश में कृष्णा नदी के तट पर श्रीशैल नाम के पर्वत पर स्थित है। इस मंदिर का महत्व भगवान शिव के कैलाश पर्वत के समान कहा गया है। अनेक धार्मिक शास्त्र इसके धार्मिक और पौराणिक महत्व की व्याख्या करते हैं। कहते है एक बार कार्तिक किसी बात को लेकर अपने पिता भगवान् शिव से नाराज हो कर दक्षिण की दिशा में श्रीशैल पर्वत पर एकांतवास में चले गये थे लेकिन अपने माता-पिता की सेवा और भक्ति का मोह कार्तिके त्याग नहीं पाए और उन्होंने शिवलिंग बनाकर उनकी उपासना शुरू कर दी ! तभी से भगवान् शिव माँ पार्वती के साथ वहां पर विराजमान है ! शिव (अर्जुन) और पार्वती (मल्लिका )एक साथ विराजमान हुए इसीलिए इस ज्योतिर्लिंग का नाम मल्लिकार्जुन पड़ा। अनेक धार्मिक शास्त्र इसके धार्मिक और पौराणिक महत्व की व्याख्या करते हैं। पौराणिक मान्यतानुसार इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने मात्र से ही व्यक्ति को उसके सभी पापों से मुक्ति मिलती है।
[/nextpage][nextpage title=”महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग”3- महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग (Mahakaleshwar Jyotirlinga)-
यह ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश की धार्मिक राजधानी कही जाने वाली उज्जैन नगरी में स्थित है। जिसे प्राचीन साहित्य में अवन्तिका पुरी के नाम से भी जाना जाता है। पौराणिक कथानुसार उज्जैन नगर में राक्षसों के आतंक से सभी नगरवासी बहुत परेशान थे ! एक दिन क्षिप्रा नदी के तट पर नगर के सभी नर-नारी एकत्रित हुए और एक तेजस्वी ब्राह्मण ने भगवान् शिव की आराधना और प्रजा को भयमुक्त करने की प्रार्थना की। भगवान् शिव धरती फाड़कर प्रगट हुए और राक्षस का वध कर अपने भक्तों की रक्षा की भक्तों की प्रार्थना पर भगवान् महाकालेश्वर शिवलिंग के रूप में वही बस गये! महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की विशेषता है कि ये एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग है। यहां प्रतिदिन सुबह की जाने वाली भस्मारती विश्व भर में प्रसिद्ध है। महाकालेश्वर की पूजा विशेष रूप से आयु वृद्धि और आयु पर आए हुए संकट को टालने के लिए की जाती है। उज्जैन वासी मानते हैं कि भगवान महाकालेश्वर ही उनके राजा हैं और वे ही उज्जैन की रक्षा कर रहे हैं।
[/nextpage][nextpage title=”ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग” ]4- ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग (Omkareshwar Jyotirlinga)-
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध शहर इंदौर के समीप स्थित है। जिस स्थान पर यह ज्योतिर्लिंग स्थित है, उस स्थान पर नर्मदा नदी बहती है और पहाड़ी के चारों ओर नदी बहने से यहां ऊं का आकार बनता है। ऊं शब्द की उत्पति ब्रह्मा के मुख से हुई है। इसलिए किसी भी धार्मिक शास्त्र या वेदों का पाठ ऊं के साथ ही किया जाता है। यह ज्योतिर्लिंग औंकार अर्थात ऊं का आकार लिए हुए है, इस कारण इसे ओंकारेश्वर नाम से जाना जाता है। एक मान्यता ये भी है भगवान के महान भक्त अम्बरीष और मुचुकुन्द के पिता सूर्यवंशी क्षत्रिय राजा मान्धाता ने इस स्थान पर कठोर तपस्या करके भगवान शंकर को प्रसन्न किया था। वे एक महान तपस्वी और विशाल महायज्ञों के कर्त्ता थे। उस महान पुरुष मान्धाता के नाम पर ही इस पर्वत का नाम मान्धाता पर्वत हो गया। यहाँ के ज़्यादातर मन्दिरों का निर्माण पेशवा राजाओं द्वारा ही कराया गया था। ऐसा बताया जाता है कि भगवान ओंकारेश्वर का मन्दिर भी उन्ही पेशवाओं द्वारा ही बनवाया गया है। इस मन्दिर में दो कमरों (कक्षों) के बीच से होकर जाना पडता है। चूँकि भीतर अन्धेरा रहता है, इसलिए वहाँ हमेशा दीपक जलाया जाता है।
[/nextpage][nextpage title=”केदारनाथ ज्योतिर्लिंग” ]5- केदारनाथ ज्योतिर्लिंग (Kedarnath Jyotirlinga)-
केदारनाथ स्थित ज्योतिर्लिंग भी भगवान शिव के 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में आता है। यह उत्तराखंड में स्थित है। बाबा केदारनाथ का मंदिर बद्रीनाथ के मार्ग में स्थित है। केदारनाथ समुद्र तल से 3584 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। केदारनाथ का वर्णन स्कन्द पुराण एवं शिव पुराण में भी मिलता है। कहते है नर-नारायण ने पत्थर का शिवलिंग बनाकर भगवन शिव की कठिन तपस्या की ! भगवान् शिव ने प्रगट होकर नर नारायण से वरदान मांगने के लिए कहा– नर नारायण ने कहा- प्रभु आप इस धरती को पावन कर दीजिये ! तभी से बर्फ़ से ढके चारों ओर से ऊँचे पर्वतों से घिरे स्थान भगवान् शिव लिंग रूप में रहते है।
[/nextpage][nextpage title=”भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग” ]6- भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग (Bhimashankar Jyotirlinga)-
भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के पूणे जिले में सह्याद्रि नामक पर्वत पर स्थित है। भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग को मोटेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर के विषय में मान्यता है कि कुम्भकर्ण का बेटा भीम भगवान् ब्रह्मा के वरदान से अत्याधिक बलवान हो गया था ! बल के मद में अंधा होकर उसने जनता पर शिवभक्तों पर अत्याचार करना शुरू कर दिया था ! इंद्र देव को भी उसने युद्ध में हरा दिया था ! शिवभक्त राजा सुदाक्षण को उसने कारागार में डाल दिया था ! सुदाक्षण ने कारागार में शिवलिंग बनाकर उसकी पूजा-अर्चना शुरू कर दी ! इसकी जानकारी मिलते ही एक दिन भीम वहां आ गया और उसने शिवलिंग को अपने पैरों से रौंध डाला क्रोधित होकर भगवान् शिव वहां प्रगट हुए और राक्षसराज भीम का वध कर दिया। तभी से इस ज्तोतिर्लिंग का नाम भीमाशंकर पड़ गया। इस ज्योतिर्लिंग के विषय में ऐसी मान्यता भी है, कि जो भक्त श्रृद्धा से इस मंदिर के प्रतिदिन सुबह सूर्य निकलने के बाद दर्शन करता है, उसके सात जन्मों के पाप दूर हो जाते हैं तथा उसके लिए स्वर्ग के मार्ग खुल जाते हैं।
[/nextpage][nextpage title=”काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग” ]7- काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग (Kashi Vishawanath Jyotirlinga)-
यह उत्तर प्रदेश के काशी नामक स्थान पर स्थित है। काशी सभी धर्म स्थलों में सबसे अधिक महत्व रखती है। इसलिए सभी धर्म स्थलों में काशी का अत्यधिक महत्व कहा गया है। इस स्थान की मान्यता है, कि प्रलय आने पर भी यह स्थान बना रहेगा। इसकी रक्षा के लिए भगवान शिव इस स्थान को अपने त्रिशूल पर धारण कर लेंगे और प्रलय के टल जाने पर काशी को उसके स्थान पर पुन: रख देंगे।
[/nextpage][nextpage title=”त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग” ]8- त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग (Trimbakeshwar Jyotirlinga)-
यह ज्योतिर्लिंग गोदावरी नदी के करीब महाराष्ट्र राज्य के नासिक जिले में स्थित है। इस ज्योतिर्लिंग के सबसे अधिक निकट ब्रह्मागिरि नाम का पर्वत है। इसी पर्वत से गोदावरी नदी शुरू होती है। भगवान शिव का एक नाम त्र्यंबकेश्वर भी है। कहा जाता है कि भगवान शिव को गौतम ऋषि तथा गोदावरी की प्रार्थनानुसार भगवान शिव इस स्थान में वास करने की कृपा की और त्र्यम्बकेश्वर नाम से विख्यात हुए। त्र्यम्बकेश्वर की विशेषता है कि यहाँ पर तीनों ( ब्रह्मा-विष्णु और शिव ) देव निवास करते है जबकि अन्य ज्योतिर्लिंगों में सिर्फ महादेव। पौराणिक कथा अनुसार इस ज्योतिर्लिंग के बारे में कहा जाता है कि भगवान शिव को गौतम ऋषि और गोदावरी नदी के आग्रह पर यहां ज्योतिर्लिंग रूप में रहना पड़ा।
[/nextpage][nextpage title=”वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग” ]9- वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग (Vaidyanath Jyotirlinga)-
श्री वैद्यनाथ शिवलिंग का समस्त ज्योतिर्लिंगों की गणना में नौवां स्थान बताया गया है। भगवान श्री वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग का मन्दिर जिस स्थान पर अवस्थित है, उसे वैद्यनाथ धाम कहा जाता है। यह स्थान झारखण्ड प्रान्त, पूर्व में बिहार प्रान्त के संथाल परगना के दुमका नामक जनपद में पड़ता है।
संबंधित खबरें: प्राचीन सभ्यता में शिवलिंग के अद्भुत रहस्य
पौराणिक कथानुसार एक बार राक्षस राज रावण ने अति कठोर तपस्या करके भगवान् शिव को प्रसन्न कर लिया ! जब भगवान् शिव ने रावण से वरदान मांगने के लिए कहा- तब रावण ने भगवान् शिव से लंका चलकर वही निवास करने का वरदान माँगा ! भगवान् शिव ने वरदान देते हुए रावण के सामने एक शर्त रख दी कि शिवलिंग के रूप में मैं तुम्हारे साथ लंका चलूँगा लेकिन अगर तुमने शिवलिंग को धरातल पे रख दिया तो तुम मुझको पुनः उठा नहीं पाओगे ! रावण शिवलिंग को उठाकर लंका की ओर चल पड़ा ! रास्ते में रावण को लघुशंका लग गयी ! रावण ब्राह्मण वेश में आये भगवान् विष्णु की लीला को समझ नहीं पाया और उसने ब्राह्मण (विष्णु जी) के हाथ में शिवलिंग देकर लघुशंका से निवृत्त होने चला गया ! भगवान् विष्णु ने शिवलिंग को पृथ्वी पर रख दिया ! जब रावण वापस लौटा और उसने शिवलिंग को जमीन पर रखा पाया तो रावण ने बहुत प्रयास किया लेकिन वो शिवलिंग को नहीं उठा पाया ! वैद्य नामक भील ने शिवलिंग की पूजा अर्चना की इसीलिए इस तीर्थ का नाम वैद्यनाथ पड़ा।
[/nextpage][nextpage title=”नागेश्वर ज्योतिर्लिंग” ]10- नागेश्वर ज्योतिर्लिंग (Nageshvara Jyotirlinga)-
यह ज्योतिर्लिंग गुजरात के बाहरी क्षेत्र में द्वारिका स्थान में स्थित है। धर्म शास्त्रों में भगवान शिव नागों के देवता है और नागेश्वर का पूर्ण अर्थ नागों का ईश्वर है। भगवान शिव का एक अन्य नाम नागेश्वर भी है। द्वारका पुरी से भी नागेश्वर ज्योतिर्लिंग की दूरी 17 मील की है। इस ज्योतिर्लिंग की महिमा में कहा गया है कि जो व्यक्ति पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ यहां दर्शनों के लिए आता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
[/nextpage][nextpage title=”रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग” ]11- रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग(Rameshwaram Jyotirlinga)-
यह ज्योतिर्लिंग तमिलनाडु राज्य के रामनाथ पुरं नामक स्थान में स्थित है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक होने के साथ-साथ यह स्थान हिंदुओं के चार धामों में से एक भी है। इस ज्योतिर्लिंग के विषय में यह मान्यता है, कि इसकी स्थापना स्वयं भगवान श्रीराम ने की थी। भगवान् राम ने स्वयं अपने हाथों से पवित्र पावन शिवलिंग की स्थापना की थी! राम के ईश्वर अर्थात भगवान शिव को रामेश्वर भी कहा गया है।
[/nextpage][nextpage title=”घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग” ]12- घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग (Grishneshwar Jyotirlinga)-
घृष्णेश्वर महादेव का प्रसिद्ध मंदिर महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर के समीप दौलताबाद के पास स्थित है। पौराणिक कथानुसार देवगिरि पर्वत के निकट सुकर्मा नामक ब्राह्मण अपनी पतिव्रता पत्नी सुदेश के साथ भगवान् शिव की पूजा किया करते थे किंतु सन्तान न होने से चिंतित रहते थे। पत्नी के आग्रह पर उसके पत्नी की बहन घुस्मा के साथ विवाह किया जो परम शिव भक्त थी। शिव कृपा से उसे एक पुत्र धन की प्राप्ति हुई। इससे सुदेश को ईष्या होने लगी और उसने अवसर पा कर सौत के बेटे की हत्या कर दी। भगवान शिवजी की कृपा से बालक जी उठा तथा घुस्मा की प्रार्थना पर वहां शिवजी ने वास करने का वरदान दिया और वहां पर वास करने लगे ! घुश्मेश्वर के नाम से प्रसिध्द हुएं उस तालाब का नाम भी तबसे शिवालय हो गया। बौद्ध भिक्षुओं द्वारा निर्मित एलोरा की प्रसिद्ध गुफाएं इस मंदिर के समीप स्थित हैं। यहीं पर श्री एकनाथजी गुरु व श्री जनार्दन महाराज की समाधि भी है।
[/nextpage]
You really make it appear so easy along with your presentation however I in finding this matter
to be really something that I believe I might never understand.
It kind of feels too complex and very extensive for me.
I’m looking ahead on your next post, I will try to get the grasp of it!
Najlepsze escape roomy
Very fantastic info can be found on website.!
This is the perfect webpage for anybody who would like to understand this topic. You understand so much its almost hard to argue with you (not that I personally would want to…HaHa). You certainly put a brand new spin on a topic that has been written about for years. Excellent stuff, just wonderful.
Good post. I learn something new and challenging on sites I stumbleupon on a daily basis. It’s always interesting to read articles from other authors and practice a little something from their sites.
You have made some good points there. I looked on the web for additional information about the issue and found most individuals will go along with your views on this web site.
Hey there! I simply wish to give you a huge thumbs up for your excellent information you have got here on this post. I will be returning to your web site for more soon.
I truly love your site.. Great colors & theme. Did you build this site yourself? Please reply back as I’m trying to create my own personal site and want to know where you got this from or what the theme is called. Appreciate it.
This is a topic which is near to my heart… Best wishes! Exactly where are your contact details though?
Next time I read a blog, I hope that it does not disappoint me just as much as this one. After all, Yes, it was my choice to read, nonetheless I really thought you would have something helpful to talk about. All I hear is a bunch of moaning about something that you can fix if you were not too busy searching for attention.
I needed to thank you for this excellent read!! I absolutely loved every bit of it. I have got you bookmarked to check out new things you post…
Oh my goodness! Awesome article dude! Many thanks, However I am going through problems with your RSS. I don’t understand why I can’t subscribe to it. Is there anyone else getting the same RSS problems? Anyone that knows the solution can you kindly respond? Thanx.
I would like to thank you for the efforts you have put in writing this blog. I am hoping to check out the same high-grade content by you later on as well. In truth, your creative writing abilities has motivated me to get my own, personal blog now 😉
I quite like looking through an article that will make people think. Also, many thanks for allowing for me to comment.
It’s nearly impossible to find well-informed people for this subject, however, you sound like you know what you’re talking about! Thanks
I’m amazed, I have to admit. Seldom do I come across a blog that’s both educative and engaging, and let me tell you, you’ve hit the nail on the head. The issue is something which too few men and women are speaking intelligently about. Now i’m very happy I stumbled across this during my search for something relating to this.
This page definitely has all the info I needed about this subject and didn’t know who to ask.
I needed to thank you for this good read!! I definitely enjoyed every bit of it. I have got you book-marked to look at new stuff you post…
Excellent article. I will be facing some of these issues as well..
I like looking through an article that will make men and women think. Also, thanks for allowing for me to comment.
Can I just say what a relief to uncover someone that really understands what they’re discussing on the net. You certainly understand how to bring an issue to light and make it important. A lot more people have to check this out and understand this side of your story. I can’t believe you’re not more popular because you definitely have the gift.
I used to be able to find good info from your blog articles.
Good information. Lucky me I came across your blog by accident (stumbleupon). I’ve saved as a favorite for later!
I really like this article. You can send any article like this. Playmods
Hey there! I’m Charles, your guide to generating income in your sleep– well, nearly. Welcome to the 1K a Day System, where we turn your digital dreams into cold hard cash. Are you ready to stop scrolling and begin earning? Let’s ditch those penny methods and get ready for some severe bank. Join us, and let’s hit those $1K days together!
Can you be more specific about the content of your article? After reading it, I still have some doubts. Hope you can help me. phieuguige-grab-bat-net
Spot on with this write-up, I seriously think this website needs a lot more attention. I’ll probably be returning to read more, thanks for the advice!
Hey there! I’m Charles, your guide to making money in your sleep– well, nearly. Welcome to the 1K a Day System, where we turn your digital dreams into cold hard cash. Are you prepared to stop scrolling and start making? Let’s ditch those cent techniques and get ready for some severe bank. Join us, and let’s hit those $1K days together!
Hey there! Just popping in to give a shoutout to your awesome blog. Your expertise on making money online are genuinely tremendous. Making money from home has never been more accessible with affiliate promotion. It’s a wonderful way to generate additional income by promoting goods you stand behind. Your blog is a treasure trove of insights for budding online entrepreneurs. Keep up the good work!
Hello there! Just swinging by to express my appreciation for your excellent blog. Your expertise on making money online are really impressive. Earning an income from home has never been more achievable thanks to affiliate promotion. It’s all about leveraging your internet presence and marketing products or services that resonate with your audience. Your blog is a valuable resource for anyone interested in making money from home. Keep on the fantastic work!
I wanted to thank you for this good read!! I certainly loved every little bit of it. I have got you book-marked to check out new things you post…
Hi there! Just felt like swinging by to commend your fantastic blog. Your knowledge on affiliate marketing are genuinely commendable. Earning an income from home has never been more accessible with affiliate promotion. It’s all about leveraging your online presence and promoting products or services that resonate with your audience. Your blog is a valuable resource for anybody interested in making money from home. Keep on the fantastic work!
Hi, I do believe this is a great site. I stumbledupon it 😉 I am going to revisit once again since i have bookmarked it. Money and freedom is the greatest way to change, may you be rich and continue to help others.
Hello there, There’s no doubt that your web site could be having browser compatibility issues. Whenever I look at your blog in Safari, it looks fine however, if opening in I.E., it has some overlapping issues. I just wanted to give you a quick heads up! Aside from that, great blog!
You should take part in a contest for one of the greatest blogs on the internet. I’m going to highly recommend this blog!
Great article! We will be linking to this great post on our site. Keep up the great writing.
I was able to find good information from your content.
I really like reading through a post that can make men and women think. Also, thanks for allowing me to comment.
Aw, this was an incredibly nice post. Taking a few minutes and actual effort to generate a good article… but what can I say… I put things off a lot and don’t seem to get anything done.
Hi there! This article could not be written any better! Reading through this article reminds me of my previous roommate! He always kept talking about this. I most certainly will forward this post to him. Fairly certain he’s going to have a great read. Thank you for sharing!
Having read this I thought it was really informative. I appreciate you finding the time and energy to put this short article together. I once again find myself spending a significant amount of time both reading and leaving comments. But so what, it was still worth it!
An interesting discussion is worth comment. I do think that you need to publish more about this topic, it might not be a taboo matter but typically folks don’t speak about these issues. To the next! Cheers!
I blog frequently and I seriously appreciate your information. This article has really peaked my interest. I am going to bookmark your website and keep checking for new information about once a week. I opted in for your Feed too.
Hello! I could have sworn I’ve visited this site before but after going through a few of the posts I realized it’s new to me. Regardless, I’m definitely pleased I discovered it and I’ll be book-marking it and checking back regularly!
I blog quite often and I truly appreciate your information. This great article has truly peaked my interest. I am going to bookmark your website and keep checking for new information about once per week. I subscribed to your Feed as well.
I love it when folks come together and share thoughts. Great website, keep it up!
Good information. Lucky me I ran across your website by chance (stumbleupon). I’ve bookmarked it for later.
Good post. I absolutely appreciate this site. Stick with it!
Next time I read a blog, I hope that it won’t fail me just as much as this particular one. After all, I know it was my choice to read through, nonetheless I actually thought you’d have something helpful to say. All I hear is a bunch of crying about something that you could possibly fix if you weren’t too busy seeking attention.
I blog frequently and I seriously thank you for your information. Your article has really peaked my interest. I am going to take a note of your site and keep checking for new details about once a week. I opted in for your Feed as well.
This blog was… how do you say it? Relevant!! Finally I have found something which helped me. Thanks.
The next time I read a blog, I hope that it won’t disappoint me as much as this particular one. I mean, Yes, it was my choice to read, however I truly believed you would have something helpful to talk about. All I hear is a bunch of crying about something you can fix if you weren’t too busy looking for attention.
Way cool! Some very valid points! I appreciate you penning this article plus the rest of the website is also very good.
A fascinating discussion is definitely worth comment. I believe that you ought to write more on this topic, it might not be a taboo matter but typically people do not discuss these topics. To the next! Cheers!
This is the perfect website for everyone who would like to understand this topic. You understand so much its almost tough to argue with you (not that I really would want to…HaHa). You definitely put a brand new spin on a topic that has been discussed for years. Great stuff, just wonderful.