आखिर क्यों मकर संक्रांति पर है, दही-चूरा खाने का विशेष महत्त्व!
मकर संक्रांति का त्योहार देशभर में बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जाता है। मकर सक्रांति के मौके पर लोग खिचड़ी और दही-चूरा (चिवड़ा) खाने को शुभ मानते हैं। उत्तरप्रदेश, बिहार
मकर संक्रांति का त्योहार देशभर में बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जाता है। मकर सक्रांति के मौके पर लोग खिचड़ी और दही-चूरा (चिवड़ा) खाने को शुभ मानते हैं। उत्तरप्रदेश, बिहार
महर्षि भृगु ब्रह्माजी के मानस पुत्र थे। वे सप्तर्षि मंडल के एक ऋषि हैं। सावन और भाद्रपद में वे भगवान सूर्य के रथ पर सवार रहते हैं। एक बार की
गणेश चतुर्थी प्रति वर्ष शुक्ल भद्र पद के चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है।इस साल August 25th से गणेश चतुर्थी की शुरूआत होगी। अनंत चतुर्थी के दिन इस त्यौहार का समापन
हिन्दू धर्म में माँ बाप अपने बच्चे को बचपन से ही सिखा देते है, की कभी भी किसी जीव को नुकसान नहीं पहुँचाना है। किसी भी जीव की हत्या नही
भगवान शिव से जुड़े देश भर में ऐसे कई स्थान हैं जो भोलेनाथ के चमत्कारों के गवाह रहे हैं। ऐसी ही एक जगह है मणिमहेश। कहते हैं भगवान शिव ने
विज्ञान अभी तक सृष्टि की सही आयु की गणना नहीं कर सका है| पर हिन्दू ग्रंथों में सृष्टि की बिल्कुल सटीक आयु बताई गयी है| हमारे ऋषियों ने ओनी तपस्या
धर्मांधता किसी की भी हो, हिन्दू, सिख, मुसलमान या ईसाई, मानवता के लिए खतरा होती है। जिस-जिस धर्म को राजसत्ता के साथ जोड़ा, वही धर्म जनविरोधी, अत्याचारी और हिंसक बन