आज के समय में टीचर टीचिंग का करियर बहुत ही बेहतरीन करियर आप्शन है , इसमें आपको सैलरी भी बहुत अच्छी मिलती है। नौकरी पाना तो हर किसी का सपना होता है, अगर आप अध्यापक बनना चाहते हैं तो विशेष प्रकार की योग्यता की जरुरत होती है। हर कोई इस क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहता है। आइए जानते हैं किस तरह आप एक सरकारी अध्यापक बन सकते हैं।
अगर आप टीचर बनना चाहते है तो सबसे पहले आपको तय करना होगा कि आप किस क्लास के छात्रों को पढ़ाना चाहेंगे ? आप नर्सरी टीचर, प्राइमरी टीचर बनना चाहते है या फिर टीजीटी टीचर बनना चाहते है या फिर पीजीटी टीचर ?
NTT (Nursery Teacher Training):
एक साल का डिप्लोमा सर्टिफिकेट होता है। इससे आप नर्सरी स्कूल के बच्चों को पढ़ा सकते हैं। नई शिक्षा निति के अनुसार D.el.ed का कोर्स पहले मान्य था, लेकिन अब बहुत से जगहों पर इसकी मान्यता कम हो गई है टीचर बनने के लिए B.Ed अनिवार्य कर दिया गया है।
प्राइमरी टीचर – कक्षा 1 से लेकर कक्षा 5 तक को पढ़ाते है।
टीजीटी टीचर – कक्षा 6th से 10 th तक के छात्रों को पढ़ाते है।
पीजीटी टीचर – कक्षा 11 th और 12th के छात्रों को पढ़ाते है।
PRT (Primary Teacher):
सबसे पहले आपको 10वी और 12वी पास करना होगा। जिसमें कम से कम 50% मार्क्स होना चाहिए। केटेगरी के अनुसार इसमें आपको छूट भी मिल सकती है। प्राइमरी टीचर बनने के लिए आपके पास कुछ योग्यता होनी भी बहुत ही जरूरी होता है ग्रेजुएशन करने के बाद बीएड की डिग्री प्राप्त करना आवश्यक है। सरकारी टीचर बनने के लिए बीएड जरूरी है। बीएड का कोर्स 2 साल का होता है।
TGT (Teacher Trained Graduate Teacher) :
TGT टीचर बानने के लिए आपको graduation पूरा करना होगा , आपको जिस भी सब्जेक्ट का टीचर बनना है, आप कोशिश करें ग्रेजुएशन में आपका वो सब्जेक्ट हो। ग्रेजुएशन में भी आपका कम से कम 50% होना चाहिए।
ग्रेजुएशन करने के बाद बीएड का कोर्स करना होगा , अगर आप बीएड का कोर्स ग्रेजुएशन के बाद कारते है तो इस कोर्स की अवधि 2 साल की होगी।बीएड का कोर्स अच्छी तरह करने के बाद आपको TET का एग्जाम क्लियर करना होगा |
यह भी पढ़ें: नई नौकरी मिलने पर अवश्य करें ये काम, ये हैं इसके फायदे !
PGT (Post Graduate Teacher) :
पीजीटी टीचर बनने के लिए ग्रेजुएशन के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन भी की हो , उसके साथ आपका बीएड का कोर्स करना भी जरुरी है । पीजीटी टीचर बनने के लिए भी बीएड के बाद TET क्वालीफाई करना पड़ेगा तब ही आप एक पीजीटी टीचर बन पाओगे |
TET (Teacher Eligibility Test):
ये एग्जाम होता है जिसे पास कर लेने के बाद आपको एक सर्टिफिकेट मिल जाता है कि अब आप टीचर बनने को तैयार है। TET क्वालीफाई करने के बाद जब भी टीचर की vacancy आयेगी तो आप उसमे अप्लाई कर सकते है ।
यह भी पढ़ें: कैसे एक गृहणी ने अपने शौक को बना दिया कारोबार, आज करोड़ों का है टर्नओवर?
TET के प्रकार:
- CTET
- STET
CTET ( Central Teacher Eligibility Test)
CTET – Central Teacher Eligibility Test: CTET क्वालीफाई करने के बाद देश में कहीं भी टीचर की भर्ती निकलेगी तो आप उसमे अप्लाई कर सकते है।
STET – State Teacher Eligibility Test: यह राज्य स्तर पर होता है, सभी राज्य इसका अलग-अलग एग्जाम कराते है, जैसे कि UP के लिए UPTET, बिहार के लिए BIHARTET आप जिस भी राज्य का TET क्वालीफाई करेंगे सिर्फ उसी राज्य में टीचर बन सकते है। जबकि CTET क्वालीफाई करने के बाद पूरे देश में कहीं भी टीचर बन सकते हैं।
Pingback: KVS Recruitment 2022: 13404 पदों के लिए होगी आवेदन प्रक्रिया, जानें कैसे करें अप्लाई ! - Zindagi Plus