पंजाब में आतंकी हमले के बाद गुरदासपुर शहर अचानक ट्रेंड में आ गया। देश की मौजूदा पीढ़ी शायद ही इस शहर के इतिहास से वाकिफ होगी। बहुत कम लोगों को ही पता है कि भारत-पाकिस्तान बंटवारे के दौरान गुरदासपुर को पाकिस्तान में मिलाए जाने की बात हुई थी। ये जिला मुस्लिम बहुल था। तो भी इसकी शकरगढ़ तहसील पाकिस्तान में चली गई थी। लेकिन कूटनीतिक विवाद के हल होने के बाद यह भारत में आ गया।
चलिये बात करते हैं गुरदासपुर से जुड़े उन तथ्यों की जो शायद आप नहीं जानते होंगे-
- गुरदासपुर बॉलीवुड के महान कलाकार देवानंद का पैतृक शहर है।
- गुरदासपुर को पंजाब का पुरातन शहर माना जाता है।
- इसकी स्थापना गुरुया जी महाराज ने 17वी सदी में की थी।
- गुरुया जी अयोध्या से यहां आकर बसे थे।
- इस शहर को किसी पंजाबी ने नहीं कौशल गौत्र के ब्राहमण ने बसाया था।
- गुरुनानक देवजी की पत्नी सुल्खानी जी गुरदासपुर जिले के बटाला तहसील से थीं।
- देश के विभाजन के वक्त बनाये गये नक्शों में गुरदासपुर पाकिस्तान में रखा गया।
- इसकी शकरगढ़ तहसील को पाकिस्तान के साथ मिलाया गया था, शेष भाग भारत में।
- कई दिनों के बाद नया नक्शा तैयार किया गया और इसे भारत में रखा गया।
- कहा जाता है कि पाकिस्तान ने लाहौर के बदले में गुरदासपुर को छोड़ा था।
- अगबर की ताजपोशी गुरदासपुर से 25 किमी दूर कालानौर में हुई थी।
- दीनानगर एक समय में राजा रंजीत सिंह की राजधानी हुआ करती थी।
- जाटों से जमीन खरीद कर इस शहर को बसाया गया था।
- बंटवारे के दौरान गुरदासपुर का प्रसिद्ध गुरुद्वारा करतारपुर साहिब पाकिस्तान में चला गया।
Source – One India