लखनऊ को प्राचीन काल में लक्ष्मणपुर और लखनपुर के नाम से जाना जाता था। यह भगवान राम की विरासत थी, जिसे उन्होंने अपने भाई लक्ष्मण को समर्पित कर दिया था। श्री राम की राजधानी अयोध्या भी यहां से मात्र 80 मील दूरी पर स्थित है। नगर के पुराने भाग में एक ऊंचा ढूह है, जिसे आज भी ‘लक्ष्मण टीला’ कहा जाता है। यह प्राचीन कोसल राज्य का हिस्सा था।
उत्तर प्रदेश में शहरों और सड़कों के नाम बदलने का जारी है सिलसिला:
उत्तर प्रदेश में शहरों और सड़कों के नाम बदलने का जो सिलसिला पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के समय पर शुरू हुआ था। वह बाद में अखिलेश यादव और अब सीएम योगी आदित्यनाथ के समय में भी जारी है। योगी को नाम बदलने के अपने इस फॉर्मूले का काफी फायदा मिला है और उनके प्रस्तावों को केंद्र और जनता की तरफ से काफी स्वीकार्यता भी मिली है। हालांकि, अब जिस शहर के नाम बदलने की चर्चा सबसे ज्यादा है, उनमें उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सबसे ऊपर है।
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अब तक कई जिलों के बदल दिए हैं नाम:
योगी सरकार में कई जिलों के नाम बदले जा चुके हैं। योगी सरकार के पिछले कार्यकाल में इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या किया जा चुका है। योगी सरकार में मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल रेलवे स्टेशन कर चुकी है। लखनऊ के अन्य आकर्षण स्थलों में मोती महल भी शामिल है।
ट्वीट में ऐसे पीएम मोदी का किया अभिनन्दन:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक ट्वीट में पीएम मोदी का स्वागत करते हुए एक तस्वीर शेयर कर ट्वीट किया, जिसमें लिखा था कि “शेषावतार भगवान श्री लक्ष्मण जी की पावन नगरी लखनऊ में आपका हार्दिक स्वागत व अभिनंदन।”
शेषावतार भगवान श्री लक्ष्मण जी की पावन नगरी लखनऊ में आपका हार्दिक स्वागत व अभिनंदन… pic.twitter.com/zpEmxzS3OE
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 16, 2022
इस ट्वीट के बाद से ही लखनऊ का नाम बदलकर लक्ष्मणपुरी करने को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि लखनऊ का नाम बदलने को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं आया है।कई ट्वीटर यूजर्स ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस ट्वीट पर लखनऊ का नाम बदलने की आशंका जताई है।
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