CAA के समर्थन में तीस हजारी कोर्ट में वकीलों का मार्च
‘कानून को पढ़े फिर प्रदर्शन करें, अधिकार नहीं छीनता’ नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में वकीलों मार्च निकाला। इस दौरान वकीलों के हाथों में तख्तियां थी। इन तख्तियों पर लिखा है, नागरिकता संशोधन अधिनियम किसी भी व्यक्ति चाहे वो किसी भी धर्म का है, की नागरिकता को प्रभावित नहीं करता है।
वकीलों ने मार्च के दौरान ‘कानून को पहले पढ़े फिर प्रदर्शन करें’ का संदेश भी दिया। उनकी ओर से कहा गया कि यह किसी व्यक्ति के अधिकार को नहीं छीनता है। आज शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी, गोरखपुर, गाजियाबाद, हापुड़, फिरोजाबाद समेत कई शहरों में नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन हुआ। कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की, जवाब में पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले दागे गए। मुजफ्फरनगर में भी पत्थरबाजी हुई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज भी किया।
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वहीं दिल्ली के जामा मस्जिद के बाहर हजारों की संख्या प्रदर्शनकारी CAA के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। पास में मौजूद दिल्ली गेट मेट्रो स्टेशन को भी बंद कर दिया गया है। मुंबई की हरी मस्जिद के बाहर और हैदराबाद में चारमिनार के पास CAA के खिलाफ प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
दूसरी ओर, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी 21 दिसंबर को बिहार बंद करेगी। ये विरोध नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ है।