यौन शोषण बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित पर कसा शिकंजा :
दिल्ली के विजय विहार में चल रहे आध्यात्मिक विश्वविद्यालय के विवाद में करीब एक महीने से ज्यादा समय के बाद एक नया मोड़ आया जिसमें दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली पुलिस के आला अधिकारी पूरे दल-बल के साथ रोहिणी के विजय विहार में स्थित बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के आश्रम पहुंची।
दिल्ली हाईकोर्ट ने उत्तरी दिल्ली के आश्रम में लड़कियों को कथित रूप से बंधक बनाकर रखे जाने के मामले सीबीआई जांच का आदेश दिया है। कोर्ट ने पाया है कि इस विश्वविद्यालय में लड़कियों को बंधक बनाकर रखा गया है और कई तरह के अनैतिक काम किए जाते हैं। कई लोगों ने आरोप लगाया है कि बाबा यहां बंधक बना कर रखी गईं लड़कियों से दुष्कर्म करता है।
आश्रम में लड़कियों के साथ बलात्कार और आत्महत्या के मामले में दर्ज :
कोर्ट ने सीबीआई निदेशक को जांच के लिए विशेष जांच दल गठित करने का आदेश दिया। आश्रम में लड़कियों के साथ कथित बलात्कार और आत्महत्या के मामले में दर्ज सभी प्राथमिकियों से जुड़े दस्तावेज जब्त करने का निर्देश कोर्ट ने सीबीआई को दिया।
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हाईकोर्ट की ओर से नियुक्त पैनल ने अदालत को बताया कि जांच लिए वह जब आश्रम गए तो वहां के कुछ कर्मचारियों ने उनके साथ मारपीट की और करीब एक घंटे तक बंधक बनाए रखा।
महिलाएं और युवतियाँ आरोपी बाबा को ही मानती हैं भगवान :
आश्रम के आसपास के लोगो ने बताया कि यहां करीब सैकड़ों महिलांए अंदर रहती हैं और कब यहां कौन आता है कौनजाता है, इस बारे में किसी को नहीं पता। साथ ही कई घण्टे चली इस रेड के बाद जब पुलिस बाहर आई तो उनके पिछले आश्रम में से कुछ बुजुर्ग महिलाएं बाहर आईं, जिन्होंने बात करते हुए बताया कि आश्रम में अंदर कुछ भी गलत नहीं होता है।
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यहां सिर्फ और सिर्फ पूरी सच्चाई और पवित्रता के साथ यहां ईश्वर यहां ब्रह्मा का ज्ञान दिया जाता है। और वो करीब 2-3 साल से यहां आश्रम में आती जाती हैं, लेकिन कभी बाबा वीरेंद्र से वो नहीं मिल पाईं। इस आश्रम में रहने वाली महिलाएं और युवतियाँ आरोपी बाबा को ही अपना भगवान मानती है और इस आश्रम को ही अपना घर मानती है।
आध्यात्मिक विश्वविद्यालय में लड़कियों को बनाया जाता हैं बंधक :
जांच में पता चला है कि आश्रम में एक सुंरग भी है, जिसमें पानी भर दिया गया था। पानी देखकर लग रहा था कि उसे हाल-फिलहाल में जल्दी में भरा गया है। जांच दल ने हाईकोर्ट को बताया है कि आध्यात्मिक विश्वविद्यालय में 100 से अधिक लड़कियों को बंधक बनाकर रखा गया है। उनके साथ अक्सर मारपीट की जाती है और सेक्स स्लेव जैसा व्यवहार किया जाता है।
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जांच दल के मुताबिक विष्वविद्यालय में लड़कियों को लोहे की मजबूत सलाखों के पीछे जानवरों की तरह बांधकर रखा जाता है। आश्रम के चारों तरफ ऊंची-ऊंची दीवारें और लोहे के जाल लगे हुए हैं, ताकि कोई भाग न सके। जांच दल के मुताबिक लड़कियों को नहाने के दौरान भी प्राइवेसी नहीं है।
माननीय दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने रेड तो की, लेकिन यहां 1000 गज से ज्यादा एरिया में बने इस आश्रम का करीब 30 प्रतिशत ही हिस्सा ही सर्च कर पाई। अब पुलिस को बुधवार को ही हाईकोर्ट को अपनी रिपोर्ट भी सौंपनी है, जिसके बाद आगे की कार्यवाही और आदेश जारी होगा।