छात्रों के प्यार और आंसुओं के आगे विभाग की एक न चली :
चेन्नई के तिरुवल्लूर में एक सरकारी हाई स्कूल में एक टीचर के ट्रांसफर होने पर छात्रों के जमकर हंगामा और विरोध प्रदर्शन किया। स्टूडेंट्स ने शिक्षक को स्कूल से बाहर जाने से रोक लिया या यूं कहें कि शिक्षक को अपने प्यार और आंसुओं से बंधक बना लिया।
छात्रों का कहना था कि उक्त टीचर से बेहतर कोई शिक्षक नहीं है और हम उन्हें स्कूल से जाने नहीं देंगे। छात्रों के प्यार और आंसुओं के आगे विभाग को भी झुकना पड़ा और बच्चों के प्यारे अंग्रेजी शिक्षक ट्रांसफर नहीं किया जा सका, इसे कुछ दिनों के लिए रोक दिया गया है।
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बच्चों ने बनाया टीचर को बंधक :
दरअसल ये मामला उत्तरी चेन्नई के तिरुवल्लूर के वेलियागराम के सरकारी हाईस्कूल का है। बुधवार को इस स्कूल में उस समय एक विचित्र स्थिति बन गई, जब यहां के स्टूडेंट्स को ये बात पता चली कि उनके इंग्लिश टीचर भगवान का तबादला इसी एरिया के दूसरे स्कूल में हो गया है।
इसके बाद सभी कक्षाओं के करीब 100 से ज्यादा छात्र और छात्राओं ने अपने टीचर को पकड़ लिया। एक तरह से उन्होंने टीचर को बंधक बनाकर इस आदेश के खिलाफ आंदोलन छेड़ दिया।
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शिक्षक होना अपने आप में एक मिसाल :
आज के युग में ऐसे शिक्षक होना अपने आप में एक मिसाल है। लोग शिक्षा को व्यवसाय समझते हैं । सौ में से पचास टीचर अभी भी सही ड्यूटी न देकर सिर्फ अपनी वेतन लेना प्राथमिकता समझते है। अगर उनसे इस बारे में बात की जाए कि आप बच्चों को अच्छे से नही पढ़ाते तो उनका जबाब आता है कि बच्चों को डांटना मना है। अब हम क्या कर सकते है। पढ़ना तो पढ़ें हमे क्या हमे तो वेतन से मतलब है।
अब इस जबाब में भगवान जैसे शिक्षक से दूसरों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए। उक्त स्कूल के एक स्टूडेंट ने कहा, “वह हम में से कई लोगों के लिए एक भाई की तरह हैं सभी शिक्षक भगवान सर नहीं हैं उन्होंने अपने छात्रों के साथ लंबे समय तक चलने वाली दोस्ती बनाई है।