हॉलीवुड के मशहूर निर्देशक जेम्स मैनगोल्ड और अभिनेता ह्यू जैकमैन की फ़िल्म ‘लोगन’ अपनी रिलीज़ से लगभग 2 साल पहले से चर्चा में रही है. और अब जब यह फ़िल्म रिलीज़ हो गई है तो न सिर्फ़ आलोचक बल्कि आम दर्शक इस फ़िल्म की सराहना करते नहीं थक रहे हैं।
दरअसल 17 सालों तक एक्स मैन सीरीज़ की फ़िल्मों में वुलवुरीन का किरदार निभाने वाले अभिनेता ह्यू जैकमैन ने इस किरदार से संन्यास लेने का फ़ैसला किया है और उनके जाने के साथ ही फ़िल्मी पर्दे पर इस किरदार को ख़त्म कर दिया गया है।
बैसे ऐसा बहुत ही कम देखने को मिलता है जब किसी निर्माता कंपनी ने अपने इतने लोकप्रिय किरदार को बिल्कुल ख़त्म कर दिया हो।
ह्यू जैकमैन के इस किरदार को निभाने के बाद इस किरदार की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई थी कि मार्वल फ़िल्मों के निर्माताओं ने इस किरदार पर आधारित तीन अलग फ़िल्में बनाई और तीनों ही सुपरहिट रही।
कैसे हुई वूल्वरिन की शुरुआत-
सन 1999. ये वही साल था जब दुनिया ने एक नाम सुनना शुरू किया। वो नाम था ह्यू जैकमैन का। वो आदमी जिसका इतिहास रहा कि वो ज़िंदगी में सिर्फ 13 सेकेण्ड के लिए बेरोजगार रहा। 2000 में फिल्म आई एक्स-मेन और अगले 17 साल तक नौ फिल्मों में एक किरदार के साथ हम भी पलते गए। “लोगन” उस सिलसिले का अंत है। अब हम कभी ह्यू जैकमैन को वुल्वरिन बनते नहीं देख पाएंगे।
क्रिटिक द्वारा दी गयी रेटिंग-
इस फ़िल्म को क्रिटिक की ओर से 5 में से 5 स्टार दिए गए। किसी सुपरहीरो फ़िल्म के लिए ऐसा होना एक अनोखी और विरली बात है.
फ़िल्मों को वैश्विक रेटिंग देने वाली साइट रॉटन टोमेटो को इस फ़िल्म को मिल रहे रिस्पॉन्स को देख कर अपनी रेटिंग भी बदलनी पड़ी थी।
इस फ़िल्म को मिल रहे प्यार के बाद मार्वल फ़िल्म के निर्माताओं को दर्शकों को यह आश्वासन देना पड़ा था कि शायद वुलवुरीन की वापसी होगी.
क्या वुल्वरीन की बेटी लेगी पिता की जगह?
सुपरहीरो किरदार अक्सर कॉमिक्स को फ़िल्म में बदल कर बनाए जाते हैं और हर सुपर हीरो कॉमिक्स में मेल सुपरहीरो वाली शक्तियों के साथ एक फ़ीमेल सुपरहीरो भी मौजूद रहती आई है।
जैसे सुपरमैन और सुपरवुमैन या हल्क और शी-हल्क, लेकिन यह महिला किरदार कभी-कभी ही दिखाई देती हैं और इन्हें मेल किरदार को हटाकर मुख्यधारा में नहीं लाया गया है।
ऐसे में वुलवुरीन एक्स मैन सीरीज़ की पहली फ़िल्म है जो अपने मुख्य पुरुष किरदार को पूरी तरह से ख़त्म कर रहा है और फ़ीमेल किरदार को रख रहा है।
सुपरहीरो किरदार अक्सर कॉमिक्स को फ़िल्म में बदल कर बनाए जाते हैं और हर सुपर हीरो कॉमिक्स में मेल सुपरहीरो वाली शक्तियों के साथ एक फ़ीमेल सुपरहीरो भी मौजूद रहती आई है।
जैसे सुपरमैन और सुपरवुमैन या हल्क और शी-हल्क, लेकिन यह महिला किरदार कभी-कभी ही दिखाई देती हैं और इन्हें मेल किरदार को हटाकर मुख्यधारा में नहीं लाया गया है।
ऐसे में वुलवुरीन एक्स मैन सीरीज़ की पहली फ़िल्म है जो अपने मुख्य पुरुष किरदार को पूरी तरह से ख़त्म कर रहा है और फ़ीमेल किरदार को रख रहा है।
क्या वुलवुरीन को है गंभीर बीमारी?
वुलवुरीन किरदार के पास एक सुपरपॉवर ये है कि उसे किसी भी तरह से मारा नहीं जा सकता और उसकी उम्र भी धीरे धीरे बढ़ती है.
लेकिन फ़िल्म में ये किरदार निभाने वाले जैकमैन असल ज़िंदगी में स्किन कैंसर से जूझ रहे हैं।
इस फ़िल्म की शूटिंग के दौरान उनकी नाक पर मौजूद त्वचा सेल्स को कैंसर हो जाने के कारण हटाना पड़ा था और इसलिए फ़िल्म के क्लोज़ अप दृश्यों में ह्यू जैकमैन के चेहरे को कंप्यूटर से किसी दूसरे कलाकार के चेहरे पर लगाया गया है।
क्या वुलवुरीन की आखिरी फ़िल्म होगी लोगन?
मार्वल पिक्चर्स के पास वैसे तो ढेरों लोकप्रिय किरदार हैं, जिनमें एवेंजर्स सीरीज़, फ़ैंटास्टिक 4 और एक्स मैन के सभी किरदार आ जाते हैं, लेकिन वुलवुरीन का किरदार अपने आप में एक बेहद लोकप्रिय किरदार था.
ह्यू जैकमैन इस किरदार को 17 सालों से निभा रहे थे और वो एक्स मैन की 11 फ़िल्मों में से 10 में वुलवुरीन रह चुके हैं.
ऐसे में उनके लिए इस किरदार को छोड़ना और निर्माता के लिए इतने फ़ायदेमंद किरदार को रोक देना मुश्किल फ़ैसला था.
ह्यू जैकमैन ने अपनी फ़ेयरवेल स्पीच में कहा है, “ये किरदार मुझसे बड़ा है और ये हमेशा मुझसे (बतौर अभिनेता) बड़ा ही रहेगा. मैं जानता हूं कि लोग मुझे इसे निभाते देखने के आदि हैं और इसलिए मेरा जाना उन्हें अखर रहा है लेकिन शायद मुझसे बेहतर वुलवरीन इंतज़ार कर रहा हो.”
जैकमैन के जाने के साथ साथ ही वुलवुरूीन पर बनने वाली फ़िल्मों का सिलसिला थम गया है और अब आपको फ़िल्मों में ‘लोगन’ नहीं दिखेगा।
(एजेंसियों से इनपुट)