पिता ने कहा नहीं लूँगा देशद्रोही बेटे का शव-
लखनऊ एनकाउंटर में मारे गए आतंकी सैफुल्ला के पिता सरताज ने अपने आतंकी बेटे की डेड बॉडी को लेने से इनकार कर दिया है और कहा की मुझे उसकी कोई परवाह नहीं है। वह देश का गद्दार था उसके साथ सही हुआ। सैफुल्ला कानपुर के जाजमऊ इलाके का रहने वाला था। मीडिया की खबरों के मुताबिक पिता ने कहा कि वो घर से नाराज होकर बहुत पहले घर छोड़ कर चला गया था।
लखनऊ में मारे गए आतंकी के रिश्तेदार ने कहा कि हम सभी इस खबर से चकित हैं, वह काफी तमीजदार था और दिन में 5 वक्त नमाज पढ़ता था।
बड़े भाई ने क्या कहा?
कानपूर का निवासी था मारा गया आतंक-
सैफुल्ला का जन्म कानपुर के मनोहर नगर जाजमऊ इलाके में 1995 में हुआ था। बताते हैं कि सैफुल्ला बचपन से ही पढ़ने में तेज था। उसके पिता सरताज छोटा-मोटा बिजनेस करते हैं। सैफुल्ला के दो भाई खालिद और मुजाहिद हैं एक बहन भी है। चार भाई बहनों में सैफुल्ला तीसरे नंबर का था। सैफुल्ला के पिता सरताज छह भाई हैं। जिनमें नूर अहमद, ममनून, सरताज, और मंसूर मनोहर नगर वाले घर में रहते हैं और दो बाकी दो भाई नसीम और इकबाल तिवारीपुर वाले मकान में रहते हैं।
सैफुल्ला बीकॉम सेकेंड ईयर की पढ़ाई कर रहा था। आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के संपर्क में आने के बाद उसने अपने घर में बम बनाने के तरीके सीखे थे। आमतौर पर शांत रहने वाला सैफुल्ला कभी-कभी ऐसा बन जाता था कि जैसे वह शैतान हो। उसके मोहल्ले के दोस्तों ने बताया कि पांच साल पहले सैफुल्ला का एक लड़की को लेकर इलाके में ही विवाद हो गया था जिसके बाद उसने असलहों से हवाई फायरिंग भी की थी।
सैफुल्ला के घर से मिला आतंक फैलाने का सामान-
सैफुल्ला के घर से पुलिस को आतंकी संगठन आईएसआईएस का झंडा और बम बनाने के आईटम के साथ हिन्दुस्तान का झंडा नक्शा भी मिला है। बुधवार को सैफुल्ला की मौत के बाद उसके पिता ने घटना पर अफसोस जताते हुए कहा कि जो देश के खिलाफ हम उसके खिलाफ हैं। सैफुल्ला का अगला टारगेट सभी धर्मस्थलों को निशाना बनाना था। वह लखनऊ का बड़ा इमामबाडा और देवाशरीफ पर भी धमाका करने की साजिश रच रहा था।
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, ISIS आतंकियों के नेटवर्क चार राज्यों में फैला हुआ है। तेलंगाना, केरल, यूपी और मध्य प्रदेश में इनके तार जुड़े हुए थे। खबर में दावा किया गया है कि सबसे पहले केरल में पुलिस को इस बात की जानकारी हाथ लगी की यहां के कुछ युवा ISIS में जा रहे हैं। फिर ये तार तेलंगाना से जुड़ा और फिर यूपी और मध्य प्रदेश से। तेलंगाना पुलिस ने यूपी और मध्य प्रदेश पुलिस को वहां सक्रिय ISIS के खुरासान मॉड्यूल के बारे में जानकारी दी। तब जाकर इनके मंसूबे को नाकाम करने में पुलिस को सफलता मिली।