दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने शराब नीति घोटाले के सिलसिले में रविवार को गिरफ्तार कर लिया। यह एक बड़ा फैसला है क्योंकि ऐसा लगता है कि अधिकारी अंततः इस मुद्दे को गंभीरता से ले कर किसी नतीजे पर पहुँच रहे हैं।
सिसोदिया मुख्यमंत्री के बाद दिल्ली में दूसरे सबसे बड़े राजनेता हैं, और उनकी गिरफ्तारी इस बात का संकेत हो सकती है कि अधिकारी वास्तव में इस मुद्दे की जांच में किसी नतीजे पहुंच रहे हैं। अब तक, केजरीवाल सरकार यह समझाने के लिए संघर्ष कर रही है कि शराब की कीमतों में बढ़ोतरी का फैसला क्यों जरूरी था। सिसोदिया पर नीति परिवर्तन के सिलसिले में रिश्वत लेने का भी आरोप लगाया गया था। सीबीआई से अब इस मामले की आगे जांच करने और यह निर्धारित करने की उम्मीद है कि घोटाले में कोई अन्य राजनेता शामिल थे या नहीं।
सीबीआई ने घोटाले में सिसोदिया, मंत्री और तीन अन्य लोगों को नामजद किया है। घोटाले में फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर शराब की बिक्री के लिए सरकारी ठेके प्राप्त करने की योजना शामिल होने का आरोप है। कहा जाता है कि इस योजना के कारण सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। सिसोदिया पर साजिश, धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप लगाए गए हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री के सोमवार को अदालत में पेश होने की उम्मीद है।
सीबीआई ने जून 2020 में सिसोदिया और उनके दो पूर्व सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने आपराधिक साजिश रची और सरकारी खजाने को गलत नुकसान पहुंचाया। सीबीआई के आरोप के बाद मामला दर्ज किया गया था कि सिसोदिया और उनके दो पूर्व सहयोगियों ने आपराधिक साजिश में शामिल होकर सरकारी खजाने को गलत तरीके से नुकसान पहुंचाया था। सीबीआई का आरोप है कि सिसोदिया और उनके दो पूर्व सहयोगियों ने अवैध रूप से सरकारी धन को उन निजी कंपनियों को स्थानांतरित कर दिया था जिन्हें वे नियंत्रित करते थे। सीबीआई का आरोप है कि इन कंपनियों ने तब इन पैसों का इस्तेमाल प्रॉपर्टी और एसेट्स खरीदने में किया था।
सिसोदिया ने आरोपों से इनकार किया है और उन्हें राजनीति से प्रेरित बताया है!
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को रविवार को सीबीआई ने शराब नीति घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। मनीष सिसोदिया की आज कोर्ट में पेशी हो सकती है और उन्हें जमानत मिलने की संभावना कम है। इस खबर के बारे में ताजा अपडेट हम आपको सूचित करते रहे।