जीवन का लक्ष्य क्या है ?
इस प्रश्न का जवाब सिर्फ और सिर्फ आप ही बता सकते हैं। आपके पास अगर इस प्रश्न का जवाब नही है और आपको सोचना पड़ रहा है,तो इसका मतलब है आपने अभी तक लक्ष्य निर्धारित नहीं किया है।परेशान मत होइये।
आप अब भी अपना लक्ष्य निर्धारित कर सकते है। बिना लक्ष्य के जिओगे तो आज के जमाने के साथ compete नही कर पाओगे।अगर आप युवा है तो यही सही समय है,आपके जीवन को सही दिशा देना का। अपना लक्ष्य निर्धारित कर उसके लिए जी-जान से मेहनत करें।
लक्ष्य होता क्या है ?
एक सुंदर भविष्य की कामना करना तथा उसको पूरा करने के लिए प्रयास करना ही लक्ष्य निर्धारित करना है। अब ये आप पर Depend है कि आप अपने लक्ष्य को लेकर कितने समर्पित है और आप उससे पूरा करने के लिए कितने प्रयास कर रहे है।
लक्ष्य आपके काम पर भी निर्भर करता है जैसे की अगर आप छात्र है तो आपका लक्ष्य Exam में अच्छे Marks लाना हो सकता है। अगर आप खुद का कोई business डालना चाहते है, तो ये भी आपका लक्ष्य हो सकता है। ये उस व्यक्ति पर depend करता है की वो अपने जीवन को किस दिशा में ले जाना चाहता है।
कैसे जाने अपने लक्ष्य को ?
दोस्तों ये बहुत जरुरी है कि जब आप अपने लक्ष्य को निर्धारित करे तो बहुत सोच समझ के करे। ना कि किसी को देख कर या किसी और की सफलता से प्रभावित होकर उसके जैसे बनने की कोशिश करना।
मै ये तो नहीं बता सकती कि आपके जीवन का लक्ष्य क्या होना चाहिए। क्यूंकि व्यक्ति का लक्ष्य उसकी सोच के हिसाब से अलग हो सकता है और यह जरुरी भी नहीं कि आप उसमे फिट बैठे। हाँ पर लक्ष्य को जानने में आपकी मदद जरूर कर सकती हूँ। कुछ बातें है जिससे आप अपने लक्ष्य को अच्छी तरह से समझ पाएंगे।
- आपको आपकी क्षमता ,स्थिति ,परिस्थिति और रूचि को ध्यान में रखकर अपना लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए।
- लक्ष्य की समय सीमा निर्धारित होनी चाहिए। बिना समय सीमा के लक्ष्य मात्र एक इच्छा बन कर रह जायेगा।
- लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिए। मान लीजिये की आपका लक्ष्य है ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाना पर आपको किस तरह कामना है ये आपको नहीं पता तो आप अपने लक्ष्य को लेकर अस्पष्ट है।
- लक्ष्य निर्धारित करने से पहले लक्ष्य में आने वाली समस्याओं की रूपरेखा तैयार करना। हो सकता है की बाद में आप उस रुपरेखा को बदल दे पर इससे एक Idea जरूर मिल जाता है कि आप उस लक्ष्य में फिट बैठते है कि नहीं और आप उसे पूरा कर पायेगे भी की नहीं।
- अगर लक्ष्य निर्धारण के पहले ही आपको ऐसा लग रहा है कि ये लक्ष्य आपके लिए असंभव है तो उससे ना करना ही बेहतर होगा। अच्छा होगा की आप छोटे छोटे लक्ष्य बनाकर उससे पूरा करने की कोशिश करे।
दोस्तों लक्ष्य निर्धारित करना जितना जरुरी है उतना ही जरुरी है उसे पूरा करने की कोशिश करना। एक बार आपने अपना लक्ष्य निर्धारित कर लिया तो उसको पूरा करने के लिए पूरे जी-जान से लग जाईये जब तक की वह पूरा नहीं होता।
यकीन मानिये अगर आप अपने लक्ष्य को लेकर ईमानदार है तो उससे पूरा करने से आपको कोई नहीं रोक सकता। देर किस बात की अगर अपने अभी भी अपना लक्ष्य निर्धारित नहीं किया तो इस दिशा में सोचना शुरू करे और लग जाये काम पर। जैसी आपने योजना बनाई है चीजें हमेशा वैसे ही नहीं होतीं। रुख लचीला रहे और अपने लक्ष्यों पर टिके रहें। ज्यादातर कोई चीज अपने ही तरीके से हो जाती है बजाए इसके जैसा आपने सोचा था, पर यह जरूरी नहीं की वो ख़राब ही हो। अपना दिमाग खुला रखें।