अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इस बार ब्रिटिश पत्रिका टाइम ने साल 2016 के लिए टाइम पर्सन ऑफ द ईयर चुना है. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार टाइम पर्सन ऑफ द ईयर के बड़े दावेदार थे. नरेंद्र मोदी ऑनलाइन पोल में आगे थे और ऑनलाइन रीडर्स पोल में जनता के पसंदीदा भी रहे. उनको टाइम पत्रिका के ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ के वार्षिक सम्मान के लिए ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के साथ नामांकित किया गया था.
अंतरराष्ट्रीय पत्रिका Time वार्षिक स्तर पर दुनिया को प्रभावित करने वाले किसी व्यक्ति को “पर्सन ऑफ द ईयर” चुनती है, चाहे उसने नकारात्मक रूप से ही दुनिया पर अपना असर क्यों न छोड़ा हो। इस लिहाज से टाइम के संपादकों ने इस सम्मान के आखिरी दावेदारों के तौर पर 11 लोगों को चुना था. पीएम मोदी के मामले में टाइम ने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री देश की अर्थव्यवस्था को ऐसी स्थिति में ले गये हैं जो उभरते बाजार के तौर पर दुनिया की सबसे पॉजिटिव स्टोरी है.
मैगजीन ने यह खिताब देने का सिलसिला 1927 से शुरू किया और अब तक की सूची में भारत से केवल एक ही नाम शामिल है। वह नाम है मोहनदास करमचंद गांधी। वह 1930 में टाइम पर्सन ऑफ द ईयर घोषित किए गए थे। उन्हें नमक आंदोलन और दांडी मार्च के लिए चुना गया था। यही वजह है कि 1930 में अगर शांति और अहिंसा वाले महात्मा गांधी को चुना गया तो 1938 में अडॉल्फ हिटलर को इस खिताब से नवाजा गया।