दाह संस्कार में किए गए 600 करोड़ रुपए खर्च :
थाइलैंड के राजा पूमीपोन अदून्यदेत के दाह संस्कार में किए गए 600 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। आजकल पूरी दुनिया में सुर्खियों में बना हुआ है। अंतिम संस्कार की तैयारी पिछले एक साल से चल रही थी। भगवान राम के वंशज माने जाने वाले राजा पूमीपेन की मौत 13 अक्टूबर 2016 में ही हो गई थी लेकिन उनका शाही अंतिम संस्कार बैंकाक में अब हुआ है।
राजा पूमीपोन कला-प्रेमी थे। उन्हें फोटोग्राफी, पेटिंग सहित सैक्सोफोन बजाना और गीत लिखना बहुत पसंद था। 5 दिंसबर 1927 को अमेरिका के मैसाचुसेट्स में पैदा होने वाले पूमीपोन जब मात्र 2 साल के थे, उनके पिता माहिडोल का देहांत हो गया था।
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उनकी शिक्षा-दीक्षा स्विटजरलैंड में हुई थी। महज 18 साल की उम्र में पूमीपेन थाइलैंड के राजा बन गए थे। लोगों में उनके प्रति घोर आस्था थी।
पिछले एक साल से उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां :
आपको जानकर हैरानी होगी कि पिछले एक साल से उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही थीं। जानिए कैसे थे वो उनकी छवि एक पिता के रूप में थी। लोग उन्हें दयालु मानते थे। यही कारण है कि उनकी मौत पर पूरा थाईलैंड रोया था। कहा जा रहा है कि अंतिम संस्कार के लिए 600 करोड़ रुपए खर्च किए गए।
एक साल का राष्ट्रीय अवकाश घोषित :
थाइलैंड के राजा पूमीपेन के निधन के बाद देश में एक साल का राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया था। बौद्ध परंपरा के अनुसार पूमीपेन के दाह संस्कार के वक्त उनके शव को सोने के रथ में ले जाया गया था। राजा के सम्मान में 500 प्रतिमाओं का निर्माण किया गया था। वो संवैधानिक रूप से बनाए गए राजा थे। उनकी शक्तियां भी सीमित थीं। थाईलैंड में उन्हें भगवान की तरह लोग दर्जा दिया करते थे।