आपने सुना होगा अच्छे काम का फल और अच्छी मेहनत हमेशा अच्छा रंग लाती है। इसके लिए आपको थोड़ा धैर्य रखना होगा। हां इसे मिलने में थोड़ा वक्त लग सकता है। लेकिन कहीं न कहीं जाकर मिलता जरूर है। आज हम बात कर रहे हैं उस महिला अफसर की जो गरीब बच्चों को फ्री में पढ़ाती थीं। उन्होंने UPPCS एग्जाम टॉप किया और एसडीएम बन गईं। आइए जानते हैं संचिता की journey.
संचिता ने UPPCS 2020 में किया था:
पंजाब की रहने वाली संचिता ने यहां तक पहुंचने के लिए कोचिंग का भी सहारा लिया था। संचिता ने पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ से बीई केमिकल इंजीनियरिंग की और इसके बाद एमबीए किया।
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जब संचिता यूनिवर्सिटी में पढ़ती थीं तब वह गरीब बच्चों को फ्री में पढ़ाया करती थीं। इसके अलावा संचिता सोशल वर्क्स में भी हिस्सा लेती थीं।
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2019 में असफल रहीं :
संचिता ने यूपीपीसीएस 2019 में भी एग्जाम दिया था लेकिन असफल रहीं। इसके बाद उन्होंने ज्यादा मेहनत और लगन के साथ तैयारी की और उसका रिजल्ट सबके सामने है। संचिता ने अपनी पढ़ाई के बारे में कहा कि वह यह नहीं गिनतीं की उन्होंने कितने घंटे पढ़ाई की। उन्होंने टारगेट सेट करके अपनी पढ़ाई की। अगर आपके कांसेप्ट क्लियर हैं तो आप आसानी से क्लियर कर सकते हैं।
घरवालों का हमेशा सपोर्ट रहा:
संचिता का कहना है कि वह हमेशा ही समाजिक विकास कार्य करना चाहती है। संचिता के पिता फार्मासिस्ट है एवं जनऔषधी केंद्र चलाते हैं। वहीं संचिता की मां इंटर कॉलेज में लेक्चरर हैं। संचिता के मुताबिक जब रिजल्ट आया तो यह दिन और रैंक उनके लिए बहुत खास थी। उनके माता पिता और भाई बहन ने इसके लिए उन्हें हमेशा सपोर्ट किया था।