श्री कटास राज धाम पाकिस्तानी पंजाब में है। दो किमी के फैला हुआ हिंदुओं का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। यहां पर प्राचीन शिव मंदिर है। दसवीं शताब्दी के और भी कई मंदिर है। इस स्थान को शिव नेत्र माना जाता है।
पहले श्री कटास राज धाम में 192 मंदिर थे। मान्यता है कि जब माता पार्वती सती हुई तो भगवान शिव की आंखों से दो आंसू टपके। एक आंसू कटास पर टपका वहां अमृत कुंड बन गया यह आज भी महान सरोवर अमृत कुंड तीर्थ स्थान श्री कटास राज के रूप में है दूसरा आंसू अजमेर राजस्थान में टपका जो पुष्करराज तीर्थ के नाम से प्रसिद्ध है।
मान्यता है कि महाभारत काल में पांडव वनवास के दिनों में इन्हीं पहाडिय़ों में अज्ञातवास में रहे। यहीं वह कुंड है जहां पर पांडव प्यास लगने पर पानी की खोज में पहुंचे थे। कुंड पर यक्ष का अधिकार था। नकुल पानी लेने गया जब पानी पीने लगा तो यक्ष ने पहले मेरे प्रश्नों का उत्तर दो लेकिन वह उसके प्रश्नों का उत्तर न दे सका और पानी पीने लगा।
यक्ष ने उसको मूर्छित कर इसी प्रकार सहदेव, अर्जुन व भीम चारों भाई एक एक करके पानी लेने गए। कोई भी यक्ष के प्रश्नों का उत्तर न दे सका और फिर भी पानी लेने का प्रयास किया यक्ष ने चारों भाइयों को मूर्छित हो गए।
आखिर में चारों भाइयों को खोजते हुए युधिष्ठिर कुंड के किनारे पहुंचे और चारों भाईयों को मूर्छित पड़े देखा। तब युधिष्ठिर ने यक्ष के सवालों का जवाब दिया था।
Source – Dainikbhaskar.com