सुबह उठते ही बेवक्त छींकों का कारण मौसम का बदलना हो सकता है। या अचानक तापमान में बदलाव से बॉडी को एडजस्ट करने में मुश्किल हो सकती है। एसी रूम में सोना या सीधा पंखे की हवा के नीचे सोना नाक पर असर करता है जिसकी वजह से सुबह छींकों की बौछार हो सकती है।
इसके अलावा कई बार मौसम में बहुत ज्यादा बदलाव न सिर्फ आपकी इम्यूनिटी को कम करता है बल्कि इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ा सकता है, जिससे ज्यादातर मामलों में एलर्जी को भी बढ़ावा मिलता है। ऐसे में ज्यादा ठंडी जगह पर जाने से बचें। बर्फ वाला पानी या आइसक्रीम न लें, ये एलर्जी बढ़ाकर आपकी स्थिति को खराब कर सकता है। आपको गले, नाक या साइनस इंफेक्शन हो सकता है।
इस लेख में जानते हैं कुछ लोगों को सुबह उठते ही छींकें क्यों आती हैं।
एक वजह एलर्जिक राइनाइटिस:
सुबह उठते ही अगर छीकें आ रही हैं तो इसे एलर्जिक राइनाइटिस कहा जाता है। ये एक तरह की एलर्जी है जो कुछ लोगों को परेशानी में डाल देती है। सुबह उठते ही नाक के जरिए धूल और आस पास के हानिकारक कण शरीर में घुस जाते हैं और उनके ही रिएक्शन से गले में खुजली के साथ छींकें आने लगती हैं। एलर्जिक राइनाइटिस अगर ज्यादा गंभीर हो जाए तो नाक और गले में खुजली के साथ फेस पर सूजन भी आ सकती है।
तापमान में बदलाव के चलते भी आती हैं छींके:
सुबह के वक्त छींक आने का कारण शरीर के तापमान का बदलना है। हम कमरे में अपने बॉडी टेम्परेचर के हिसाब से होते हैं। ऐसे में जब हम कमरे के बाहर निकलते हैं तो शरीर को ठंड लगती है और छींक आना शुरू हो जाती है। इस तापमान में बदलाव के चलते ही नासिका तंत्र असंतुलित होता है और छींके आने लगती है।