Reliance ग्राहकों को सिर्फ 4G डाटा सर्विस :
अनिल अंबानी की टेलीकॉम कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशन (RCom) अपनी वॉइस कॉलिंग सर्विस 1 दिसंबर से बंद करने जा रही है। ऐसे में रिलायंस कम्युनिकेशन के कस्टमर्स के पास दूसरे नेटवर्क पर शिफ्ट होने के बजाए कोई रास्ता नहीं बचा है। रिलायंस कम्युनिकेशन अब ग्राहकों को सिर्फ 4G डाटा सर्विस प्रोवाइड करेगी। हम सवाल-जवाब में बता रहे हैं, हर वो बात जो आपके काम आ सकती है।
वॉइस कॉलिंग कंपनी क्यों बंद कर रही है ?
RCom पर करीब 46 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है। एयरसेल के साथ वायरलेस बिजनेस के मर्जर में भी कंपनी फेल हो गई। इसलिए सर्विस बंद करने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं बचा।
यह भी पढ़ें :कहीं आपका JIO कनेक्शन पोस्टपेड तो नहीं? क्या आपको भरना होगा बिल? जानें
अब कंपनी कौन-सी सर्विस प्रोवाइड करेगी?
RCom 8 सर्कल (आंध्रप्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, यूपी ईस्ट, वेस्ट, तमिलनाडु, कर्नाटका और केरला) में 2G और 4G सर्विस प्रोवाइड करते रहेगी।
रिलायंस कम्युनिकेशन के ग्राहकों को अब क्या करना होगा?
आप अपने नंबर को पोर्ट करवा सकते हैं। कंपनी की तरफ से सभी ग्राहकों को पोर्टिंग रिक्वेस्ट कोड नंबर मैसेज के जरिए भेजे जा रहे हैं। इसके जरिए संबंधित ग्राहक 31 दिसंबर तक अपना नंबर पोर्ट करवा सकते हैं।
नंबर पोर्ट करवाने की पूरी प्रकिया क्या है?
मोबाइल फोन से PORT और 10 अंकों का मोबाइल नंबर लिखकर उसे यूनिक नंबर 1900 पर मैसेज कर दें। इसके लिए कोई चार्ज नहीं देना होगा। SMS भेजते ही 8 अंकों का यूनिक पोर्टिंग कोड प्राप्त हो जाएगा।
इस कोड को एक निर्धारित फॉर्मेट, कस्टमर एप्लीकेशन फॉर्म के साथ कंपनी के आउटलेट पर एक फोटो और एड्रेस प्रूफ सहित जमा करना होगा। जिस भी कंपनी का नंबर आप चाहते हैं, उसी के आउटलेट पर यह आवेदन जमा करना होगा।
नंबर पोर्टिबिलिटी में कितना समय लगेगा?
नंबर पोर्ट करवाने में 7 दिनों का समय लगना मामूली बात है। इसलिए समय रहते यह प्रॉसेस शुरू कर दें।