देश भर में नवरात्रि का त्योहार मनाया जा रहा है। यह त्योहार साल में दो बार मनाया जाता है – चैत्र (मार्च-अप्रैल) और शरद (अक्टूबर-नवंबर) के महीने में। नवरात्रि हिंदू धर्म का एक बेहद खास त्योहार है। नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की अलग-अलग रंगों से पूजा करने से मां का आशीर्वाद मिलता है।
माना जाता है कि इन रंगों का ध्यान रखते हुए पूजा विधि का पालन करने से घर परिवार में समृद्धि और खुशहाली आती है। इसके अलावा, इस उत्सव को मनाने के लिए कुछ लोग नवरात्रि के 9 रंगों के अनुसार अपने घर के मंदिर की सजावट भी करते हैं।
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नवरात्रि के प्रकार:
1. चैत्र नवरात्रि 2023 : इस नवरात्रि को वसंत नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, चैत्र के महीने में यानी मार्च-अप्रैल के बीच मनाई जाती है।
2. शरद नवरात्रि 2023 : शरद नवरात्रि एक अन्य लोकप्रिय नवरात्रि है जो आश्विन में यानी सितंबर-अक्टूबर में मनाई जाती है।
नवरात्रि में इन नौ रंगों का विशेष महत्व:
- रॉयल ब्लू रंग पहने : पहले दिन का नवरात्रि रंग रॉयल ब्लू है।मंदिर की सजावट फूलों के बिना अधूरी है। इस रंग से समृधि और शांति वास करती है।
- पीले रंग पहने: दूसरे दिन का नवरात्रि का रंग पीला है ऐसे में गेंदे के फूलों से बेहतर कोई अच्छा विकल्प नही है। गेंदे के फूल देवता को आकर्षित करने के लिए जाने जाते हैं।
- हरे रंग पहने: तीसरे दिन, नवरात्रि रंग हरा है। इस दिन आप आम के पत्तों से पारंपरिक नवरात्रि मंदिर को सजा सकते हैं। आप आम के पत्तों और गेंदे के फूल से तोरण बना सकती हैं और इसे मंदिर के प्रवेश द्वार पर लटका सकती हैं।
- भूरा या ग्रे रंग पहने: चौथा दिन का नवरात्रि रंग भूरे रंग का है। इस दिन के लिए मंदिर की सजावट के लिए कपड़े से मंडप बना सकती हैं। माता कुष्मांडा सभी प्रकार का कष्ट दूर करती हैं । ॐ ऐन हिम क्लीं कुश्मंडाए नमः।
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नारंगी रंग पहने: पांचवें दिन का नवरात्रि रंग नारंगी है। इस दिन नारंगी और पीले गेंदे के फूलों से सजाएं। स्कंदमाता, कुमार कार्तिके की माता हैं। इनकी पूजा करने से ज्ञानी बनते हैं। केले का भोग, नारंगी रंग पसंद हैं। ॐ देवी स्कंद्माताये नम: का जाप करें
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सफेद रंग पहने: नवरात्रि के छठे दिन सफेद रंगोंके फूलों से मंदिर को सजाना सबसे अच्छा तरीका है। व्हाइट ट्यूलिप फूलों का विकल्प चुन सकती हैं। कात्यायनी माता की पूजा से अर्थ, धर्म, काम ,मोक्ष की प्राप्ति होती है। शत्रु पराजित होता है,कुंवारी कन्या की शादी होती है। माँ को शहद प्रिय है। ॐ ऐन हिम क्लीं कात्यायनी नमः।
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लाल रंग पहने: नवरात्रि के सातवें दिन लाल रंग का इस्तेमाल किया जाता है। लाल रंग सीधे देवी से जुड़ा है। नवरात्रि पर मंदिर को सजाने के लिए आप ताजे गुलाब का इस्तेमाल कर सकती हैं या लाल चुनरी का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। कालरात्रि की पूजा करने से असुरी शक्ति का नाश होता है। माता को भोग में गुड़ पसंद है और नीला फूल ।
- आसमानी नीला रंग पहने: नवरात्रि के आठवें दिन का रंग आसमानी नीला है। और इस दिन आसमानी नीले रंग का उपयोग करे। माँ गौरी की पूजा की जाती है माँ को हलवे का भोग पसंद है आर्थिक लाभ होता हैऔर माता को मोगरे का फूल पसंद हैं।
- गुलाबी नवरात्रि रंग: नवरात्रि के 9 दिनों के अंत में गुलाबी रंग का इस्तेमाल किया जाता है। थोड़े रचनात्मक बनें और नवरात्रि पर मंदिर की सजावट को खूबसूरत बनाने के लिए गुलाबी रंगों का इस्तेमाल करे। माँ सीधी दात्री ,आठ सीधी है। खीर पूरी का भोग लगायें ।