योग सिखाने को लेकर उसके खिलाफ फतवा जारी :
योगगुरु स्वामी रामदेव के साथ योगा कर सुर्खियों में आई मुस्लिम लड़की राफिया नाज को जान से मारने की धमकी मिल रही है। योग सिखाने को लेकर उसके खिलाफ फतवा जारी किया गया।
मामला मुख्यमंत्री रघुवर दास के संज्ञान में आने के बाद राफिया की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उसे दो सुरक्षाकर्मी भी उपलब्ध कराए गए हैं, जिनमें एक पुरुष और दूसरी महिला है।
बाबा रामदेव के योग शिविर में राफिय का शामिल होना :
जानकारी के अनुसार रांची के डोरंडा थाना क्षेत्र में रहने वाली राफिया नाज 1995 से रांची में योग सिखाते आ रही हैं। इसके लिए उसे सरकारी और सामाजिक संगठन कई बार सम्मानित कर चुके हैं।
ये भी पढ़ें :पाकिस्तानी मुस्लिम योग अध्यापक की कहानी
लेकिन 2015 में रांची में आयोजित बाबा रामदेव के योग शिविर में राफिय का शामिल होना गुनाह हो गया। उनके साथ मंच पर योगासन करने के बाद से ही वे कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गई। धमकियां मिलने के साथ-साथ सोशल साइट पर भी उसके खिलाफ अभद्र टिप्पणियां की गई।
गाली और जान से मारने की धमकी दी जा रही :
वहीं इस मामले में राफिया ने कहा कि बाबा रामदेव से मिलने से पहले कट्टरपंथियों को भी मेरा योग करना अच्छा लगता था। वे मेरे घर पर आकर मेरे परिजन से मेरी सराहना करते थे लेकिन बाबा रामदेव के साथ योग करने के बाद वे उनके निशाने पर हैं। अब कट्टरपंथियों के अनुसार वह एंटी इस्लामिक हो गई है।
राफिया ने कहा कि 2015 के बाद से ही उसे लगातार गाली और जान से मारने की धमकी दी जा रही है। हालांकि नाज ने कहा कि मैं योग करना जारी रखूंगी और जीवन के अंत तक योग सिखाती रहूंगी। राफिया चार साल के उम्र से ही योगा में निपुण थी और तब से योग को लेकर पूरे रांची में जानी जाती है।