यह कहानी 70 के दशक की फिल्मों से काफी मिलती-जुलती है। जहां सड़क के फुटपाथ पर नौकरी करते-करते बच्चा रात में सड़क की रोशनी में अपनी पढ़ाई की ललक का जारी रखते हुए अपने आंखों में कुछ बनने के सपने जिंदा रखता है।
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उत्तर प्रदेश के 13 साल के हरेंद्र की कहानी भी 70 के दशक की फिल्म से मिलती है। हरेंद्र मेट्रो स्टेशन पर काम करता था और सड़क पर लगी लाइटों के नीचे अपनी पढ़ाई को पूरी करता था।
लेकिन हरेंद्र की तस्वीर को किसी ने सोशल मीडिया पर साझा किया और यह तस्वीर वायरल हो गयी। सोशल मीडिया पर हरेंद्र की तस्वीर पर जब सांसद डिंपल यादव की नजर पड़ी तो अखिलेश यादव ने बच्चे को 5 लाख रुपए का चेक देकर उसकी पढ़ाई का खर्चा उठाने का ऐलान किया।
हरेंद्र इटावा के नंगला चौहान गांव का रहने वाला है और बड़ा होकर वह सेना में जाना चाहता है। हरेंद्र बेहद ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है। उसके पिता शारीरिक रूप से अक्षम हैं और प्राइवेट नौकरी करते हैं। जबकि मां घरेलू काम करती हैं।
आपको बता दें कि हरेंद्र को गौतम बुद्ध नगर के डीएम ने साइकिल देने का प्रस्ताव दिया था जिसे उसने लेने से इनकार कर दिया। यही नहीं हरेंद्र ने कहा कि उसे अब और आर्थिक मदद की जरूरत नहीं है।