आचार्य चाणक्य को एक महान विद्वान होने के साथ-साथ एक अच्छे शिक्षक के रूप में भी देखा जाता है।आचार्य चाणक्य ने धन, परिवार, व्यापार, रिश्तों से संबंधित कई बातों के बारे में भी जिक्र किया है। इन नीतियों का पालन करके व्यक्ति अपने जीवन को सफल बना सकता है।
देखा जाए तो युवा आज भी आचार्य चाणक्य द्वारा बताई गई नीतियों का पालन करते हैं। आचार्य चाणक्य ने कुछ ऐसी गलतियों के बारे में भी जिक्र किया है जिन्हें व्यक्ति को भूलकर भी नहीं करना चाहिए। तो आइए जानते हैं कुछ नीतियों के बारे में और अपने जीवन में भी उतार कर नई उपलब्धि हासिल करें।
चाणक्य नीति को ऐसे समझें:
- एक बार अगर आप किसी काम को करना शुरू कर देते हैं तो विफलता से डरो मत बीच में अधुरा न छोड़ो, जो लोग इमानदारी से काम कर के अपने सपने पूरे करते हैं वही जीवन में खुश रहते हैं।
- जो व्यक्ति भोजन करते समय ही मुंह खोलता है, ऐसा व्यक्ति सौ साल का सुख एक साल में ही प्राप्त कर लेता है। ज्यादा मुंह खोलने से समस्या ही उत्पन्न होती है। तात्पर्य यह है कि बात कम करें।
- दूसरों की गलतियों से सीखें, क्योंकि सारी गलती खुद कर के सीखने के लिए बहुत समय लग जाएगा। इतना वक्त बिल्कुल भी नही है। ये जीवन बहुत छोटा है।
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- बच्चों को 5 साल तक प्यार करना चाहिए और 10 साल तक डांट कर आगे बढ़ाना चाहिए और 16 साल में एक दोस्त की तरह देखना चाहिए।
- जीवन में कुछ नया सीखते हुए, बिजनस करते हुए और खाना खाते समय लाज शर्म छोड़ देनी चाहिए।
- अपनी समस्याओं को किसी के साथ साझा नही करना चाहिए। क्योंकि लोग आपकी कमजोरियों का फायदा उठाते हैं और मजाक बना कर हंसते हैं।
- जो व्यक्ति समय की कद्र करता है समय उसकी कद्र करता है। ऐसे लोगों पर सदा देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। कभी भी व्यर्थ में अपना समय बर्बाद न करें। इससे आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
- जो लोग नशे या फिर किसी अन्य बुरी आदतों में लिप्त होते हैं। उनका जीवन बर्बाद हो जाता है, ऐसे लोगों के पास धन नहीं टिक पाता है। ये लोग एक-एक पैसे के लिए तरसते हैं। इसलिए कभी भी बुरी आदतों में न पड़ें।
- आपके मन के विरुद्ध कोई कार्य होता है तो क्रोध आता है। कभी-कभी कोई व्यक्ति बिना वजह आपको परेशान करता है या आपके कार्य में बाधा डालता है, तब क्रोध आता है। ऐसी ही परिस्थितियों में हमे क्रोध पर संयम रखना चाहिए और शांत मन से निर्णय लेना चाहिए।
- ऐसे लोग जो धन की कद्र नहीं करते हैं, फिजूल धन खर्च करते हैं। इससे आपके पास कभी धन नहीं रहता है। देवी लक्ष्मी निराश हो जाती हैं। इसलिए बेकार कि चीजों में धन को बर्बाद न करें।
- जो लोग बुजुर्गों और महिलाओं का अपमान करते हैं। वे जीवन में कभी सुख नहीं पाते हैं। ऐसे लोगों के घर में देवी लक्ष्मी का वास नहीं होता है। इससे घर में कलह रहती है। ऐसे लोग एक-एक पैसे के लिए दूसरों के मोहताज हो जाते हैं। इसलिए कभी भी बुजुर्गों और महिलाओं का अपमान न करें।
- वह व्यक्ति जो अपना लक्ष्य निर्धारित नहीं कर सकता है। वह कभी विजयी नहीं हो सकता है। अपनी योजनाओं के बारे में किसी से चर्चा ना करें क्योंकि अन्य लोग आपके कार्य में बाधा पहुंचा सकते हैं।