पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए स्वीकार किया है कि पाक हमेशा से आतंकी संगठनों को प्रशिक्षण देता रहा है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के पाकिस्तान के दावे की पोल खोलते हुए मुशर्रफ ने कहा, ‘पाकिस्तान ने लश्कर-ए-तोयबा के लड़ाकों को जम्मू-कश्मीर में हमले करने के लिए प्रशिक्षित किया था।’
पाकिस्तानी टीवी चैनल दुनिया टीवी को दिए इंटरव्यू में मुशर्रफ ने कहा कि हाफिज सईद को कश्मीर में उसकी भूमिका के लिए नायक की तरह सम्मान दिया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने ओसामा बिन लादेन, अयमान अल जवाहिरी, जलालुद्दीन हक्कानी को ट्रेनिंग देने के साथ अफगानिस्तान में अपना प्रभाव जमाने के लिए इस्तेमाल किया।
मुशर्रफ ने ये भी कहा कि धार्मिक आतंकवाद को हमने पाला पोसा और यह हमारे लिए फायदेमंद साबित हुआ। उन्होंने कहा, ‘हमने सोवियत संघ को अफगानिस्तान से खदेड़ा, ओसामा को हमने ट्रेनिंग दी और वह हमारा हीरो है। हाफिज सईद के साथ सीमापार कर कश्मीर में जेहाद छेड़ने वाले भी हमारे हीरो हैं।’
वर्ष 1999 में नवाज शरीफ का तख्तापलट कर सत्ता हथियाने वाले सेना के पूर्व जनरल मुशर्रफ ने कहा कि जलालुद्दीन हक्कानी भी हमारा हीरो था, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। इन आतंकी संगठनों के अलग-अलग हित हैं और जिन्हें एक समान नहीं माना जा सकता।
इससे पहले पाकिस्तान के पूर्व रक्षा मंत्री चौधरी अहमद मुख्तार ने भी कहा था कि ओसामा पाकिस्तान में उनके देश का मेहमान था और शीर्ष नेतृत्व को इसकी पूरी जानकारी थी।