भारत ने ताजा परीक्षणों के तहत देश में निर्मित टैंक भेदी गाइडेड मिसाइल ‘नाग’ का राजस्थान के जैसलमेर स्थित एक फायरिंग रेंज में परीक्षण किया, जो हेलीकॉप्टर प्लैटफॉर्म से सात किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है। हेलीकॉप्टर-प्रक्षेपित नाग (हेलिना) मिसाइल का कल चंधान फायरिंग रेंज में त्रिस्तरीय परीक्षण किया गया।
हेलिना ‘नाग’ का हेलीकॉप्टर से दागा जा सकने वाला संस्करण है और इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम (आईजीएमडीपी) के तहत विकसित किया है ।
रक्षा सूत्रों ने कहा, ‘दो परीक्षण लक्ष्य को निशाना बनाने में सफल रहे, जबकि खबरों के अनुसार एक परीक्षण लक्ष्य से चूक गया ।’ मिसाइल सात किलोमीटर तक विभिन्न दूरियों पर लक्ष्यों को निशाना बनाने पर केंद्रित है । सूत्रों ने कहा, ‘यद्यपि, परिणामों का अभी अध्ययन और विश्लेषण किया जाना है, लेकिन परीक्षण हमें निश्चित तौर पर लक्ष्य के करीब ले आया है ।’
तीसरी पीढ़ी की इस मिसाइल के इससे पहले पोखरण फायरिंग रेंज और चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र से मूल्यांकन परीक्षण किए गए थे जिन्हें सफल करार दिया गया था । आठ जुलाई 2013 को पोखरण में गर्म रेगिस्तान स्थितियों में टैंक भेदी मिसाइल के परीक्षण किए गए थे। परीक्षणों में इमेजिंग इन्फ्रारेड के उन्नत संस्करण के प्रदर्शन के मूल्यांकन के लिए 2.8 किलोमीटर और 3.2 किलोमीटर की विभिन्न दूरियों पर चल और अचल दोनों तरह के लक्ष्यों पर निशाना साधा गया था । नाग के एक बार सशस्त्र बलों में शामिल हो जाने पर हेलिना मिसाइल को अत्याधुनिक हल्के हेलीकॉप्टर ध्रुव से जोड़ा जाएगा ।