हिमाचल में सरकार गठन को लेकर विचार-विमर्श :
18 दिसंबर को चुनावी नतीजे सामने आने के बाद अब बीजेपी हिमाचल में पांच साल बाद सत्ता में वापसी करने जा रही है। बीजेपी ने सरकार गठन की तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी हैं। इसी के तहत रविवार को हिमाचल में सरकार गठन को लेकर विचार-विमर्श करने के लिए बीजेपी के नव-निर्वाचित विधायकों की शिमला में बैठक होगी।
इस बैठक में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और नरेंद्र सिंह को बतौर प्रेक्षक नियुक्त किया गया है। इन प्रेक्षकों की मौजूदगी में इस बैठक में मुख्यमंत्री के नामों पर चर्चा होगी और उसके बाद ही कोई फैसला सामने आएगा। हिमाचल में बीजेपी सरकार का दमदार नेता कौन? जो मुख्यमंत्री के रूप में चुना जायेगा।
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कौन बनेगा मुख्यमंत्री और किसके नाम पर लगेगी मुहर :
हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम पर भारी अभी भी उठक पटक जारी है। सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि रविवार को मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लग सकती है। इस रेस में जेपी नड्डा और जयराम ठाकुर का नाम आगे चल रहा है।
हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान ही पार्टी ने प्रेम कुमार धूमल को सीएम उम्मीदवार के रूप में घोषित कर दिया था। हालांकि उनके नेतृत्व में पार्टी ने बहुमत से जीत हासिल की थी, लेकिन वे जिस जगह से लड़ रहे थे, वहां से हार गए। इसके बाद से पार्टी में सीएम के नाम को लेकर काफी माथापच्ची चल रही है।
पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मौजूद :
ताजा जानकारी के अनुसार, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा को सीएम बनाया जा सकता है। वहीं डिप्टी सीएम की कमान जयराम ठाकुर को मिल सकती है। शिमला में रविवार को दोपहर 1 बजे सीएम पद पर चर्चा के लिए विधायकों की बैठक की जाएगी। इस बैठक में सीएम के नाम पर मुहर लगेगी।
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बैठक में पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मौजूद रहेंगे। हिमाचल प्रदेश के सभी बीजेपी लोकसभा और राज्यसभा सांसद भी बैठक में मौजूद रहेंगे। धूमल के सीट हार जाने से बीजेपी काफी कशमकश में है, क्योंकि हारे हुए उम्मीदवार को सीएम की कमान सौंपने से जनता के बीच अच्छा संदेश नहीं जाएगा।