हिन्दू धर्म में पूज्य गौमाता की रक्षा तथा सुरक्षा के लिए देश में काफी हिन्दू संगठन कार्य कर रहे हैं. 29 जून 2017 को झारखण्ड के रामगढ़ जिले में गौ तस्कर अलीमुद्दीन का कुछ गौरक्षकों ने वध कर दिया था. गौरतलब है कि पिछले साल 29 जून को झारखंड राज्य का हेसला निवासी अलीमुद्दीन सुबह दस बजे गौमांस लेकर अपने मारुति वैन से चितरपुर की ओर जा रहे थे. रामगढ़ स्थित बाजार टांड़ के पास अलीमुद्दीन को कुछ रक्षकों ने पकड़ लिया तथा गाडी में गौमास को देखकर उन गौरक्षकों की भीड़ ने अलीमुद्दीन पिटाई की तथा उसकी वैन में आग लगा दी. बाद में इलाज के दौरान अलीमुद्दीन की मौत हो गई.
आज रामगढ़ के फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट ने अलीमुदीन का वध करने वाले 11 लोगों की आजीवन कारावास की सजा सुनाई है जिसमें भारतीय जनता पार्टी का एक बड़ा नेता नित्यानंद महतो के अलावा दीपक मिश्रा, छोटू वर्मा, संतोष सिंह, विक्की साव, सिकंदर राम, विक्रम प्रसाद, राजू कुमार, रोहित ठाकुर, कपिल ठाकुर व उत्तम राम शामिल है. इन 11 लोगों ने गौमाता की हत्या के कारण अलीमुद्दीन की ह्त्या की थी. इसी ह्त्या के देश की विपक्षी पार्टियों ने बहुत हंगामा खड़ा किया था.
अलीमुद्दीन की ह्त्या के बाद से ही हिन्दू समाज ने इन गौरक्षकों का साथ छोड़ दिया था. देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भी उसी समय गौरक्षकों को गुंडा करार दिया था. जब इन 11 हिन्दू युवकों ने अलीमुद्दीन का वध किया था उस समय भी हिन्दू समाज ने इनको अकेला छोड़ दिया था और आज जब इस्नको आजीवन फांसी की सजा सुनाई गयी है तब भी हिन्दू समाज खामोश है.
देश में गौरक्षा के नाम पर काफी संगठन चल रहे हैं लेकिन इन बेचारे हिन्दू युवाओं की मदद के लिए उस समय भी सामने न आया था और अब जब ये पता चला है कोर्ट के आदेशानुसार ये युवक अपनी सारी जिन्दगी जेल में गुजारेंगे तब भी गौ रक्षा संगठनों में खामोशी छाई हुई है तथा कोई भी संगठन इनके लिए एक शब्द तक नहीं बोल रहा है. देश में घूम घूम कर गौरक्षा की अलख जगाने वाले, गौ रक्षा के लिए आन्दोलन करने वाले भी खामोश हैं तथा गौरक्षा के लिए अपना जीवन हवन करने वाले इन युवाओं के लिए मुंह नहीं खोल पा रहे हैं. न भाजपा बोल रही है और न ही कोई हिन्दू संगठन बोल रहा है.
अब इन 11 युवकों की जिन्दगी भी उस दारा सिंह की तरह होगी जो पिछले 19 सालों से उड़ीसा की जेल में बंद है. न दारा सिंह के लिए कोई हिन्दू संगठन या गौ रक्षा संगठन आगे आया था और न अब अलीमुद्दीन का वध करने वाले इन युवाओं के लिए आगे आ रहा है जो अगले दारा सिंह बने हैं.
लेकिन ये हो सकता है कि कुछ दिनों बाद कोई संगठन गौरक्षा के लिए फिर से अलख जगायेगा लेकिन नये दारा सिंह बने इन हिन्दू युवाओं को भूल जाएगा जिन्होंने ऐसे ही संगठन से निकलकर गौतस्कर का वध किया था और अब वो गुमनामी में आजीवन कारावास की जिन्दगी जियेंगे. इसके अलावा दारा सिंह तथा इस मामले में एक चीज कॉमन है वो है “कांग्रेस”.
दारा सिंह को सजा दिलाने में भी कांग्रेस ने पूरी पूरी ताकत लगाई थी, दिन रात एक कर दिया था और अब इन 11 गौरक्षकों को सजा दिलाने में कांग्रेस ने असमान सर पे उठा लिया था जिसके दवाब में आकर मोदी जी भी गौ रक्षकों को गुंडा बोलने पर मजबूर हुए थे. और दोनों मामलों में कांग्रेस सफल हुई है…दारा सिंह 19 साल से जेल में है और अब ये 11 लोग भी आजीवन जेल में रहेंगे तथा साथ ही गौरक्षा के लिए संगठन भी बनते रहेंगे.
Source: Sudarshan News