मखाने को कमल के बीज कहते हैं। मखाना एक हल्का फुल्का ड्राई फ्रूट है। जिसे हम कई तरह से खा सकते हैं। लोग इसे व्रत में भी खाना पसंद करते हैं। मखाने में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल, कैल्शियम, मैग्नीशियम और प्रोटीन जैसे कई गुण पाए जाते हैं। इतना ही नहीं मखाने में कैलोरी की मात्रा बहुत कम पाई जाती है। जिसकी वजह से लोग इसे अपनी वेट लॉस जर्नी में भी शामिल करते हैं।
मखाने का सेवन किस प्रकार स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने का काम कर सकता है। इसका सेवन केवल शारीरिक समस्या से बचाव और शरीर को स्वस्थ रखने का एक तरीका हो सकता है। सूखे मेवे में शामिल होने वाला मखाना को भारत के साथ पूरी दुनिया में इस्तेमाल किया जाता है।
कई लोग इसे फ्राई करके इस्तेमाल में लाते हैं कुछ ऐसे भी है जो इसकी खीर बनाकर इसका सेवन करते हैं ,इन तीनों ही तरीके से भिन्न-भिन्न स्वाद का लुफ्त उठाया जा सकता है। इसकी सब्जी भी लाजवाब बनती हैं।
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मखाना भारत के अलावा चीन, रूस, जापान और कोरिया में भी उगाया जाता है। मखाने की तासीर ठंडी होती है, इसे गर्मी और सर्दी दोनों मौसम में खाया जा सकता है।
मखाना में कोलेस्ट्रॉल, फैट और सोडियम की मात्रा कम होती है इसलिए इसे स्नैक्स के रूप में खाना चाहिए। इसमें मैग्नेशियम अधिक होता है। कार्बोहाइड्रेट और अच्छे प्रोटीन होते हैं। ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी मखाना काफी फ़ायदेमंद होता है।
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मखाना शुगर के मरीज़ों के लिए काफी अच्छा स्नैक्स है। अगर आप मधुमेह को रोकना चाहते हैं तो खाली पेट मखाना का सेवन करना अच्छा होता है।
दिल के मरीज़ों को भी मखाना के सेवन से हार्ट अटैक की परेशानी नहीं होती है। यह दिल के स्वास्थ्य के लिए बेहद अच्छा होता है और इससे पाचन क्रिया भी अच्छी रहती है।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को मखाने की खीर खाना चाहिए, इससे कमज़ोरी नहीं रहती है और शिशु का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।
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