बैंकों ने ग्राहकों के खाते से पैसे निकालने पर लगाई रोक:-
आपको बताते चलें कि हमारा पड़ोसी देश चीन अब गंभीर बैंकिंग संकट के दौर से गुजर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन में बैकों की हालत इतनी खराब हो गई है कि बैंकों ने ग्राहकों के खाते से पैसे निकालने पर रोक लगा दी है। बैंकों के इस फैसले के विरोध में चीन में हजारों लोग अब सड़कों पर उतर आए हैं।
कभी चीन देश को बहुत आमिर देश कहा जाता रहा है परन्तु बीते अप्रैल महीने से ही वे प्रदर्शन कर रहे हैं। कई जगहों पर तो हिंसक प्रदर्शन भी शुरू हो गए हैं। हालात पर काबू पाने के लिए सरकार को अब बैंकों के आस-पास टैंक तैनात करना पड़ा है। चीन देश से कई तरह की खबरे सामने आ रही है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। बताया जाता है कि यह वीडियो चीन के हेनान प्रांत का है। यहां कई टैंक कतार में खड़े दिखाई दे रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रशासन ने लोगों को बैंक के अंदर जाने देने से रोकने के लिए टैंक तैनात करने का आदेश दिया है।
Market will rally to earth’s core on this news.
— MasterTrader (@MasteredTrader) July 20, 2022
पड़ोसी देश चीन में क्यों बिगड़े हालात?
चीन में बीते अप्रैल महीने में साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट में एक खबर प्रकाशित हुए थी। इस खबर में चीनी बैंकों में हुए घोटलों के बारे में बताया गया था। इस रिपोर्ट में यह दावा किया गया था कि 40 बिलियन युआन, यानी करीब (6 बिलियन अमेरिकी डॉलर) चीन के बैंकों से गायब हो गए हैं। खबरों के मुताबिक चीन के हेनान और अनहुई प्रांतों में बैंकों से निकासी पर भी रोक लगा दी गई थी। उस समय बैंकों ने कहा था कि वे अपने सिस्टम को अपग्रेड करने के लिए ग्राहकों के खातों से निकासी पर रोक लगा रहे हैं।
यह भी पढ़ें:-नेट बैंकिंग फ्रॉड होने पर बैंक जिम्मेदार होगा या नहीं, जानिये क्या है पूरी ख़बर..
बैंकों के भीतर ग्राहकों को जाने से किया मना:-
लोग बैंकों से पैसा निकालने के लिए पिछले तीन-तीन महीनों से चक्कर काट रहे हैं, लेकिन प्रशासन उन्हें बैंक के भीतर नहीं घुसने दे रहा है। चीन में जारी इस बैंकिंग संकट से न्यू ओरिएंटल कंट्री बैंक ऑफ कैफेंग, जिचेंग हुआंगहुई कम्युनिटी बैंक, शांगकाई हुइमिन काउंटी बैंक और युजौ शिन मिन शेंग विलेज बैंक सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
सबसे बड़ी सुपरपावर कहलाने वाले चीन के बैंक क्यों नहीं लौटा पा रहे पैसा:
अप्रैल 2022 में साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट में एक खबर छपी थी जिसमें चीन में हुए बैंक घोटालों का खुलासा किया गया था। इसमें दावा किया गया था कि लगभग 6 अरब डॉलर यानी 47 हज़ार करोड़ रुपए चीनी बैंकों से गायब हैं और अप्रैल से ही बैंकों ने पैसा देना बंद कर रखा है। हालांकि, बैंकों का कहना है कि सिस्टम अपग्रेड के चलते वो पैसा नहीं दे पा रहे हैं।लेकिन सवाल ये उठता है कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सुपरपावर कहलाने वाले चीन के बैंकों का आखिर ऐसा हाल क्यों हुआ कि वो लोगों का पैसा वापस भी नहीं लौटा पा रहे।
यह भी पढ़ें:-नेट बैंकिंग से थर्ड पार्टी ट्रांसफर: जरूर जानें RTGS, NEFT, IMPS
बताया जा रहा है कि शी जिनपिंग सरकार के करीबी होने के चलते उन पर बैंक कार्रवाई भी नहीं कर पा रहे हैं। जिसका खामियाजा चीन की आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।इसके अलावा एक कारण चीन में रियल एस्टेट की बुरी हालत को भी बताया जा रहा है। बैंकों ने बड़े-बड़े प्रॉपर्टी डीलर्स को पैसा बांट रखा है लेकिन वो पैसा नहीं लौटा पा रहे।
डूबते कारोबारी और बढ़ती बेरोजगारी:
पडोसी देश चीन में डूबते कारोबारियों और बढ़ती बेरोज़गारी की भी काफी खबरें सामने आ रही हैं। सिंघुआ यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर झेंग युहुआंग भी कह चुके हैं कि साल 2022 चीन के लिए काफी मुश्किल होगा। झेंग द्वारा ये बताया गया था 2022 के पहले क्वार्टर में ही चीन में 4.60 लाख कंपनियां बंद हो चुकी हैं और 31 लाख बिजनेसमैन फैमिलीज़ बैंक क्रप्ट हो चुकी हैं। उन्होंने बताया था कि 2022 में करोड़ो युवा चीन में अपनी पढ़ाई पूरी कर नौकरी की तलाश में निकलेंगे जिससे नौकरियों का संकट और बढ़ेगा और चीन में पहले ही 8 करोड़ युवा बेरोज़गार हैं।