राज ठाकरे की मुम्बई नवनिर्माण सेना द्वारा जब से पाकिस्तानी कलाकारों पर भारत में बैन की बात उठायी गयी है, तब से फिल्म इंडस्ट्री में लोगो की राय बँटी हुयी है। जहां कुछ का मानना है कि ऐसा करना सही है, तो कुछ के मुताबिक ये किसी राष्ट्रीय मुद्दे का हल नहीं सकता।
इन्ही सब के बीच जानेमाने गीतकार जावेद अख्तर ने पाकिस्तानी कलाकारों को आड़े हाथो लेते हुए कहा कि उनके द्वारा उरी हमले की निंदा न करना ही एक तरह की स्वीकारोक्ति है की इन हमलो के लिए उनका देश ही जिम्मेदार है। 71 वर्षीय जावेद ने कहा कि उन्हें इन कलाकारों की चुप्पी के पीछे कोई कारण नहीं नजर आता।
हिंदी समाचार चैनल आज तक के कार्यक्रम के दौरान जावेद अख्तर ने कहा, “पाकिस्तानी कलाकारों की चुप्पी एक तरह का कबूलनामा है कि पाकिस्तान हमले के लिए जिम्मेदार है। अगर पाकिस्तान कहता है कि वे इसके लिए जिम्मेदार नहीं है तो मुझे नहीं लगता कि किसी पाकिस्तानी कलाकार को इस हमले की निंदा नहीं करनी चाहिए। अगर वे कहते हैं कि ‘हम जिम्मेदार नहीं हैं’ तो बहुत अच्छी बात है। सामने आओ और इसकी निंदा करो। ”
इससे पहले सांसद -अभिनेत्री हेमा मालिनी ने एक समारोह में कहा कि वह कलाकारों का सम्मान करती हैं लेकिन भारतीय जवानों की शहादत को नहीं भुला सकतीं। उन्होंने कहा ‘एक कलाकार के रूप में मैं उनके काम की सराहना करती हूं लेकिन मैं इस बारे में टिप्पणी नहीं करना चाहती कि उन्हें यहां रहना चाहिए या देश छोड़कर चले जाना चाहिए। ‘