कभी फार्महाउस में मजदूरी करने वाले ने मेहनत से सफलता की नई ऊंचाइयां छुई हैं और युवाओं के लिए मिसाल है कि मजदूर से मालिक कैसे बना जाता है। मेहनत करें आदमी तो असंभव कुछ भी नहीं है इस बात को साबित किया है रायपुर के दुर्बल राम ने। अपने घर के 5 एकड़ कृषि जमीन को पिता पदुराम के हवाले कर पांच साल पहले दुर्बल राम ध्रुव धमतरी के एक फार्म हाउस में 150 रुपए की रोजी पर मजदूरी करता था लेकिन आज वह डेयरी फार्म का मालिक है और एक लाख रुपए से ज्यादा उसकी आमदनी है।
हरियाणा से लाए गए हैं होलीस्टीन नस्ल की गायें
माहुलकोट के ध्रुव डेयरी में हरियाणा से लाए गए होलीस्टीन प्रजाति के 10 व जर्सी नस्ल के 20 गाएं हैं, जिनमें से वर्तमान में 26 गायें दोनों वक्त कुल 220 लीटर दूध दे रही है। 4 गाभिन हैं,सभी दुधारू गायों के बछड़ों के अलावा, 15 बडी बछिया हैं।
पिता बुजुर्ग होने के कारण खेती संभालने दुर्बल को घर वापस बुला लिया, फार्म हाउस में सब्जियों की पैदावारी का अनुभव लेकर लौटे दुर्बल ने छोटे भाई अर्जुन ध्रुव से मार्गदर्शन लेकर पांच एकड़ में सब्जी बाड़ी शुरू की। डीप पध्दति व विभाग की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेकर इलाके मे नंबर 1 की सब्जी की खेती की।
आत्मा योजना के तहत तीन साल पहले कृषि विभाग ने 25 हजार देकर उत्कृष्ट कृषक के रूप में उसे सम्मानित किया था। योजनाओं के दौरान उस को हरियाणा पंजाब व दिल्ली घूमने का मौका मिला, इस दौरान उसे सब्जी खेती में गोबर खाद का उपयोग करने की प्रेरणा मिली थी। अपनी सब्जी बाड़ी के लिए उसने पांच जर्सी गाय खरीदी।
धीरे-धीरे दुर्बल का रुझान दुग्ध उत्पादन की ओर बढ़ा तो डेढ़ साल पहले उसने यूनियन बैंक की उरमाल शाखा से पांच लाख का लोन लेकर एक यूनिट यानी 10 गाय खरीदे, 6 माह बाद यूनियन बैक से फिर पांच लाख रुपए का लोन लेकर पिता पदुराम ध्रुव के नाम से दूसरी यूनिट की स्थापना की। वर्तमान में सुबह 120 व शाम को 100 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है।