पंजाब में ड्रग्स और नशाखोरी के मामले हर रोज सामने आते रहते हैं, यहां पर ड्रग्स के बिजनेस के लिए रोज नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं।
प्रशाशन के सामने इसका एक नया तरीका आया है , यहां पराठों में ड्रग्स भरकर दिया जा रहा है, ताकि प्रशासन की नजरों से बचा जा सके. ऐसी समस्याओं को खत्म करने के लिए कोई भी सरकार सख्त कदम नहीं उठा रही है।
कुछ वक्त पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देश के युवाओं खासकर पंजाब के युवाओं में नशे की लत और इसके कारण देश को होने वाले नुकसान पर अपनी चिंता व्यक्त कर चुके हैं, लेकिन यह समस्या खत्म होने की जगह और बढ़ती जा रही है।
खानपान की चीजों में ड्रग्स एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट की माने तो पंजाब में वेंडर्स खाने-पीने की चीजों में ड्रग्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। वेंडर्स पराठे के लिए आटा गूंधते समय नशीले पदार्थ को आटे के साथ ही गूंध देते हैं। वेंडर्स पराठे में सामान्य तौर पर अफीम, गांजा या नशे की गोलियों का इस्तेमाल करते हैं।
चंडीगढ़ उच्च न्यायालय के जज सूर्य कांत ने मीडिया से बातचीत में बताया, ‘ आपको राज्य में ड्रग मिश्रित पराठा आसानी से मिल जाएगा।’ उन्होंने आगे बताया कि उच्च न्यायालय ने चंडीगढ़ स्थित एक एनजीओ को इस संबंध में सूचना एकत्रित कर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।
उच्च न्यायालय ने इस समस्या के संदर्भ में एक विशेषज्ञ पैनल का गठन किया है। इस पैनल को एक पाठ्यक्रम तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। इस पाठ्यक्रम के माध्यम से राज्य के स्कूलों एवं कॉलेजों में छात्रों को ड्रग के सेवन से पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव के बारे में जानकारी दी जाएगी तथा नशाखोरी के प्रति उनको जागरूक बनाया जाएगा।