जाबाज भारतीय सेना के जवानों ने आज सुबह लगभग 4 बजकर 45 मिनट में दूसरी बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक की है। यह सर्जिकल स्ट्राइक सेना ने म्यांमार सीमा में किया है। म्यांमार से जुड़े लंगखू इलाके में भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। सेना ने नागा इंसर्जेंट कैंपों को तबाह कर दिया। बताया जा रहा है कि सेना ने यहां उग्रवादियों के कई कैंप तबाह कर दिए हैं। पूरे ऑपरेशन में सेना को किसी तरह की क्षति नहीं हुई है।
ऑपरेशन में कई आतंकियों के मारे जाने का अंदेशा है। लेकिन इनकी संख्या कितनी है इसको लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। बता दें कि म्यांमार में तीसरी बार सर्जिकल स्ट्राइक की गई है। इसके पहले साल 2015 और 1995 में सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी।
पिछले साल 28-29 सितंबर की रात को भारतीय सेना ने एलओसी पार करके आतंकी लॉन्च पैड पर हमले किए थे। इनमें पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को बहुत नुकसान हुआ था।
पिछली बार आतंकियों के हथियार घर तबाह:
इसके बाद से हमले तक इस टीम ने टार्गेट पर होने वाले हर हलचल पर पैनी नजर रखी। टीम ने इलाके का नक्शा तैयार करने के साथ ही दुश्मनों के ऑटोमैटिक हथियारों की तैनाती की जगह का भी पता लगाया। उन जगहों की तलाश की गई, जहां से भारतीय जवान सुरक्षित रहकर दुश्मन को निशाना बना सके।
इस दौरान आतंकियों के एक हथियार घर को तबाह कर दिया। इसमें दो आतंकी मारे गए। बदकिस्मती से एक अन्य हथियार घर से हो रही फायरिंग की जद में मेजर के साथी आ गए। ऐसे में मेजर अकेले ही हथियार घर तक पहुंचे और फायरिंग कर रहे उस आतंकवादी को भी मार डाला।
इसी बीच तीसरे मेजर ने अपने साथियों के साथ मिलकर आतंकियों के कैंप को तबाह कर दिया। वहां सो रहे सभी आतंकवादी मारे गए। यह अफसर ऑपरेशन के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों को ताजा घटनाक्रम के बारे में हर अपडेट देता रहा।