सिक्युरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SPMCIL) का निर्णय :
इंडियन गवर्नमेंट की मिंट (टकसाल) में सिक्कों का प्रोडक्शन रोक दिया गया है। 1, 2 और 5 रुपए के सिक्कों की ढलाई टेम्परेरी तौर पर बंद की गई है। भारत सरकार के चारों मिंट को संचालित करने वाली सिक्युरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SPMCIL) ने यह निर्णय लिया है। भारत सरकार की 4 मिंट (नोएडा, मुंबई, कोलकाता और हैदराबाद) में हैं। इन्हीं मिंट में सिक्कों की ढलाई की जाती है।
नए सिक्कों को स्टोर करने के लिए जगह नहीं :
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 8 जनवरी से इनका प्रोडक्शन रोक दिया गया है। क्यों रोका गया है प्रोडक्शन सिक्कों को स्टोर करने के लिए जो गवर्नमेंट स्टोरेज रूम बने हुए हैं, वे फुल हो चुके हैं। नए सिक्कों को स्टोर करने के लिए जगह नहीं है।
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एक अंग्रेजी वेबसाइट ने मिंट के इंटरनल सोर्सेज से मिली जानकारी के बाद खुलासा किया है कि आरबीआई अभी कॉइंस ले नहीं रहा है। इसी कारण प्रोडक्शन को रोकने का निर्णय लिया गया है।
हालांकि इससे मार्केट में सिक्कों की कोई कमी नहीं होगी। प्रोडक्शन रुकने से मिंट के इम्प्लॉइज पर जरूर असर हो सकता है। मुंबई मिंट में इस संबंध में इम्प्लॉइज को सूचित करने की बात भी सामने आई है। पिछले 6 से 9 महीनों से ऑनलाइन पेमेंट का यूज भी काफी बढ़ गया है। इस कारण भी सिक्कों की मार्केट में कमी नहीं आ रही।
हर सिक्के की होती है खास पहचान :
हर मिंट (टकसाल) के सिक्कों की एक खास पहचान होती है। जैसे मुंबई की मिंट में तैयार हुए सिक्कों में छपाई के साल के नीचे डायमंड शेप का चिन्ह होता है। इसमें M अल्फाबेट भी आपको देखने को मिल जाएगा।
सन् 1996 के बाद मुंबई की टकसाल में छपे सिक्कों पर B की जगह M लिखा जाना लगा। पहले मुंबई को बंबई कहा जाता था, इसीलिए सिक्कों पर B लिखा होता था। इसी तरह हैदराबाद मिंट में छपे सिक्के के नीचे स्टार मार्क होता है। कुछ में डायमंड चिन्ह भी होता है।
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नोएडा मिंट में छपे सिक्कों पर एक डॉट का निशान होता है। कोलकाता मिंट में छपे सिक्कों में कोई ऐसा खास मार्क नहीं होता। नोएडा में ढलाई होने वाले सिक्कों पर एक डॉट का निशान होता हैनिजाम ने करवाया था हैदराबाद टकसाल का निर्माण
भारतीय सिक्कों को टकसाल में ढाला जाता है। टकसाल वह सरकारी कारखाना होता है, जहां बाजार की डिमांड को देखते हुए सिक्के तैयार किए जाते हैं। भारत में कुल चार टकसाल हैं। यह मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद और नोएडा में हैं। सिक्को को ढालने का अधिकार सिर्फ इन्हीं के पास है। इनमें सबसे पुरानी टकसाल हैदराबाद की है। इसका निर्माण 1903 में निजाम ने करवाया था।