मार्कण्डेय पुराण में ब्रह्माजी ने मनुष्यों के रक्षार्थ हेतु परमगोपनीय साधन, कल्याणकारी देवी कवच एवं परम पवित्र उपाय संपूर्ण प्राणियों को बताया, जो देवी की नौ मूर्तियां-स्वरूप हैं, जिन्हें ‘नवदुर्गा’ कहा जाता है। उनकी आराधना प्रतिपदा से महानवमी तक की जाती है।
प्रत्येक मनुष्य को अच्छे स्वास्थ्य व खुशहाल जीवन की कामना होती है। हर कोई ये कोशिश करता है कि वो अपने परिवार की जीविका के लिए उचित संसाधन इकट्ठा कर सके ताकि जीवन अच्छे से चलता रहे। उनका परिवार दुखो से दूर रहकर खुशहाल जीवन व्यतीत करे। ऐसे में आज हम आपको देवी दुर्गा के उस मंत्र के बारे में बताने जा रहे है जिसके जाप से आप अपने जीवन को नई दिशा दे सकते हैं।
आस्था एवं भक्ति का महापर्व नवरात्र शुरू हो चुका हैं। सभी भक्त अपनी अपनी श्रद्धा के अनुसार मातारानी की पूजा अर्चना करने में लगे हुए हैं। ऐसे में हम आपको बताते है देवी मां के एक ऐसे मंत्र के बारे में जिसके जाप से बदहाली, रोग, कर्ज, शत्रु बाधा सब झट से खत्म हो जाती है। इस मंत्र के प्रताप से इंसान को सिद्धि, संतान, सफलता सभी की प्राप्ति हो जाती है।
नवरात्रों में माता दुर्गा की उपासना के लिए आठ अक्षरों का एक अद्भुत मंत्र बताया गया है वो मंत्र है “ॐ ह्रीं दुं दुर्गायै नम:” इस मंत्र को जपने का सबसे उत्तम एवं सरल उपाय है। इस मन्त्र के जाप के लिए शुक्रवार का दिन सबसे शुभ माना गया है। बैस आप चाहें तो प्रत्येक दिन इसका जाप कर सकते हैं। यह मंत्र सभी प्रकार की सिद्धिः को पाने में मदद करता है। यह मंत्र सबसे प्रभावी और गुप्त मंत्र माना जाता है और सभी उपयुक्त इच्छाओं को पूरा करने की शक्ति इस मंत्र में होती है।