चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, सैन्य मामलों के प्रमुख होंगे और वह चार स्टार जनरल होंगे:-
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानि (सीडीएस) के नाम का ऐलान कर दिया गया है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि वर्तमान सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनाए गए हैं। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक घोषणा होना बाकि है। बिपिन रावत सरकार के सबसे बड़े सैन्य सलाहाकार होंगे। सीडीएस को 31 दिसंबर को पदभार संभालना है। 31 दिसंबर को ही जनरल बिपिन रावत सेना प्रमुख के पद से रिटायर होने वाले हैं। इसके बाद लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने सेना प्रमुख का पद संभालेंगे।
बता दें रक्षा मंत्रालय ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के 65 वर्ष की अधिकतम आयु सीमा तक सेवा देने के वास्ते नियमों में संशोधन किया है। अगर तीनों सेनाओं के प्रमुख में से किसी को नियुक्त किया जाता है तो चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की अधिकतम आयु 65 वर्ष करने के लिए सेवानिवृत्ति आयु में विस्तार करने के लिए सेना, नौसेना और भारतीय वायुसेना के सेवा नियमों में बदलाव किये गये है।
सीडीएस के पास होंगे ये पावर
भारत का पहला तीनों सेनाओं का अध्यक्ष यानी सीडीएस रक्षा मंत्रालय के तहत डिपार्टमेंट ऑफ मिलिटरी अफेयर्स का मुखिया होंगे। सीडीएस रक्षामंत्री से रक्षा मामलों से जुड़े मसलों पर सीधे संपर्क कर सकेगा और राय दे सकेगा। तीनों सेनाओं की सारी सम्मिलित कमान यानी ट्राइ सर्विस कमांड अब सीडीएस के अधीन होंगी। करगिल युद्ध के बाद कारगिल रिव्यू कमेटी और नरेश चंद्रा कमेटी ने सीडीएस की सिफारिश की थी।
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तीनों सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल के साथ-साथ रक्षा बजट का उचित इस्तेमाल हो सकेगा। तीनों सेनाओं के ऑफिसरों का ट्रेनिंग स्कूल यानी नेशनल डिफेंस एकेडमी सीडीएस की कमान में होगा। इसके अलावा आर्म्ड फोर्सेज़ मेडिकल सर्विस, इंजीनियरिंग सर्विस और नेशनल डिफेंस कॉलेज भी सीडीएस की कमान में होगा। सैनिक संचार के लिए जिम्मेदार सिग्नल ऑफिसर इंचार्ज भी सीडीएस को रिपोर्ट करेगा।