गणेश चतुर्थी क्यों मनाते हैं ?
पौराणिक कथा के अनुसार गणेश चतुर्थी को गणेश जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाते हैं। महर्षि वेदव्यास जी ने महाभारत की रचना के लिए गणेश जी का आह्वान किया था और उनसे महाभारत को लिपिबद्ध करने की प्रार्थना की। कहते हैं गणेश चतुर्थी के दिन ही व्यास जी ने श्लोक बोलना और गणपति जी ने महाभारत को लिपिबद्ध करना शुरू किया था।
10 दिन तक बिना रूके गणपति ने लेखन कार्य किया। इस दौरान गणेश जी पर धूल मिट्टी की परत जम गई। 10 दिन बाद यानी की अनंत चतुर्दशी पर बप्पा ने सरस्वती नदी में कर खुद को स्वच्छ किया। तब से ही हर साल 10 दिन तक गणेश उत्सव मनाया जाता है।
गणेश चतुर्थी की तिथि:
इस बार 31 अगस्त 2022 गणेश चतुर्थी का पावन पर्व बड़े ही धूम- धाम के साथ मनाया जाएगा। गणेश चतुर्थी से 10 दिनों तक विधि-विधान से गणेश भगवान जी की पूजा-अर्चना करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। इसी दिन से 10 दिनों तक चलने वाले गणेश महोत्सव की शुरुआत भी हो जाती है, भगवान गणेश अपने भक्तों से बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं।
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साथ में इस बार गणेश चतुर्थी पर रवि योग भी बन रहा है. ऐसे में गणेश उत्सव की शुरुआत बेहद शुभ संयोग में हो रही है।
गणेश जी को सिंदूर का तिलक:
गणेश भगवानजी को सिंदूर पसंद है।गणेश जी को सिंदूर का तिलक भी अवश्य लगाएं। ऐसा करने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं। भगवान गणेश को तिलक लगाने के बाद अपने माथे पर सिंदूर का तिलक लगाएं।
पूजा में घी को जरुर करें शामिल:
गणेश भगवान जी को घी काफी पसंद है। गणेश भगवान जी की पूजा में घी को जरूर शामिल करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार घी को पुष्टिवर्धक और रोगनाशक कहा जाता है। जो व्यक्ति भगवान गणेश की पूजा घी से करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
भगवान गणेश को पसंद है दूर्वा घास:
गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को दूर्वा घास अर्पित करें। भगवान गणेश जी को दूर्वा घास काफी पसंद होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो व्यक्ति गणपती महाराज को दूर्वा अर्पित करता है
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उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं और परिवार में सुख समृधि होती है भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित करने से सभी तरह की समस्याओं से छुटकारा मिलता है और जीवन आनंद से भर जाता है। आप रोजाना भी भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित कर सकते हैं।
गणेश चतुर्थी पर क्या भोग लगाएं?
गणपति बप्पा को मीठा खाना बहुत पसंद है। इसीलिए उन्हें लंबोदर के नाम से भी जाना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्री गणेश को उनके प्रिय भोग अर्पित करने से वह जल्दी प्रसन्न होते हैं। गणेश चतुर्थी पर भगवान श्री गणेश को मोदक का भोग लगाना चाहिए।
इस दिन भगवान श्री गणेश के भोग में मोदक अवश्य शामिल होना चाहिए। मोदक के साथ आप उन्हें मोतीचूर के लड्डू, गुड़ और नारियल से बनी चीजें भी अर्पित कर सकते हैं। जो भक्त भगवान श्रीगणेश को जल्दी प्रसन्न करना चाहते हैं उन्हें मोदक अवश्य चढ़ाना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि भगवान श्री गणेश को मोदक का भोग लगाने से मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती हैं
गणेश चतुर्थी 2022 शुभ मुहूर्त:
भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि शुरू – 30 अगस्त 2022, दोपहर 3.33 मिनट से भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि खत्म – 31 अगस्त 2022, दोपहर 3.22 मिनट तक
गणेश स्थापना मुहूर्त – 11.05 AM – 1.38 PM (31 अगस्त 2022, बुधवार)
रवि योग – 31 अगस्त 2022, 06.06 AM – 1 सितंबर 2022, 12.12 AM
अनंत चतुदर्शी – 9 सितंबर 2022 (गणेश विसर्जन डेट)