दिल्ली और एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में सोमवार को दोपहर 1 बजकर 10 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। पंजाब और जम्मू-कश्मीर में भी ये झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान बताया गया है। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) ने रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.2 बतायी। भूकंप का केंद्र 28.7 किमी की गहराई पर था। पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भी इसका असर पड़ा।
उल्लेखनीय है कि 4 दिसंबर को भी दक्षिणी हिंद महासागर में 7.1 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था, लेकिन इससे जान-माल की किसी प्रकार की क्षति नहीं हुई थी। यूएसजीएस ने बताया था कि मैकडोनल्ड द्वीप और हर्ड द्वीप के पूर्व-पूवोत्तर में करीब 1020 किलोमीटर दूर सुबह छह बजकर 24 मिनट (अंतरराष्ट्रीय समयानुसार रात दस बजकर 24 मिनट पर) भूकंप आया। इसका केंद्र दक्षिणपूर्व भारतीय रिज में था जो दक्षिणी हिंद महासागर के सागर तल पर स्थित एक टेक्टिोनिक प्लेट सीमा है।
इससे पहले 26 अक्टूबर को पाकिस्तान का उत्तरी हिस्सा शक्तिशाली भूकंप से दहल गया था जिसमें 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और 1,000 से अधिक घायल हुए थे, वहीं अफगानिस्तान में कम से कम 31 लोग मारे गए थे, जिनमें एक स्कूल की 12 छात्राएं भी शामिल थीं।