यूपी के आजमगढ़ जिला के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के राजपट्टी गांव में दो दिन पूर्व अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि प्रतिमा तोड़ने के पीछे कोई राजनीतिक कारण नहीं, बल्कि जमीन हथियाने की मंशा थी और इस कृत्य को अंजाम देने वाला दलित ही है।
अंबेडकर प्रतिमा तोड़ने के आरोप में गिरफ्तार दलित रामअवध उसी गांव का रहने वाला है, जहां यह प्रतिमा लगी थी। प्रतिमा से सटा उसका एक स्कुल भी चलता है। प्रतिमा जिस जमीन पर लगी थी, उसको कब्जा करने की नीयत से उसने रात को हथौड़े से प्रतिमा को तोड़ दिया था।
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पुलिस अधीक्षक नगर सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि राम अवध दलित बिरादरी का है। वह प्रतिमा से सटे एक स्कूल को चलाता है। पुलिस ने इस घटना को लेकर इससे पहले अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
गौरतलब है आंबेडकर की प्रतिमा टूटने को लेकर गांव में आक्रोश व्याप्त हो गया था। तनाव को देखते हुए प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया था। प्रशासन ने नई आंबेडकर प्रतिमा लगवाने की कवायद में जुटने के बाद शनिवार की रात को नयी प्रतिमा भी लगवा दी। रविवार को पुलिस ने इस मामले में बड़ी सफलता हासिल करते हुए रामअवध को गिरफ्तार कर लिया।
(भाषा से इनपुट के साथ)