हाई ब्लड प्रेशर काफी सामान्य है। यह आम तौर पर कई वर्षों के दौरान विकसित होता है। हाई ब्लड प्रेशर में आप किसी भी लक्षण को नोटिस नहीं करते हैं। लेकिन लक्षणों के बिना भी, उच्च रक्तचाप आपके रक्त वाहिकाओं और अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है, विशेष रूप से मस्तिष्क, हृदय, आंखें और गुर्दे।
उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन, तब होता है जब आपका रक्तचाप अस्वस्थ स्तर तक बढ़ जाता है। आपके रक्तचाप का माप इस बात पर निर्भर करता है कि आपके रक्त वाहिकाओं से कितना रक्त गुजर रहा है और हृदय को पंप करते समय रक्त की कितनी मात्रा मिलती है।
ठंड़ की वजह से वैसे तो सिर में दर्द होना आम बात है लेकिन ऐसा तनाव या डिहाइड्रेशन के कारण भी हो सकता है। अगर बार-बार इस तरह की स्थिति बनी रहती है तो यह हाई ब्लड प्रेशर का संकेत है। पानी का भरपूर सेवन करने और आराम करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल होने लगता है।
2. पसीना आना
मानसिक तनाव की स्थिति बनी रहने के कारण भी ब्लड प्रेशर हाई होना शुरू हो जाता है। इस अवस्था में पैनिक अटैक भी हो सकता है। जब नसों में झनझनाहट महसूस हो पसीना आने लगे तो तुरंत डॉक्टरी जांच करवाएं। नजरअंदाज करने से स्थिति बिगड़ सकती है।
3. पाचन तंत्र
जब अचानक ब्लड प्रेशर हाई हो जाए तो शरीर में आए इस बदलाव से मितली होने लगती है, इसका असर पाचन तंत्र पर पड़ता है।
4. घुटन होना
हाई ब्लड प्रेशर की वजह से कार्डियोवास्कुलर सिस्टम में उतार-चढ़ाव होने लगता है। जिससे सांस लेने में परेशानी महसूस होने लगती है। शरीर में इस तरह का संकेत दिखाई दे तो तुरंत स्थिति पर ध्यान दें।
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सर्दियों में बीपी बढ़ने के कारण:-
– सर्दियों में शारीरिक सक्रियता कम हो जाती है. इससे भी ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। ब्लड प्रेशर बढ़ने से स्ट्रोक, हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है।
– सर्दियों में तापमान कम होने से ब्लड सेल्स संकरी हो जाती हैं। संकरी शिराओं और धमनियों में ब्लड सर्कुलेशन के लिए अधिक बल की आवश्यकता होती है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
– सर्दियों में शरीर तापमान मैनेज करने के लिए ब्लड सर्कुलेशन के लिए अधिक बल लगाना पड़ता है और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।
सर्दियों में ब्लड प्रेशर को ऐसे करें कंट्रोल:-
– हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित होने पर अधिक ठंड में सुबह के समय दवा लेकर ही बाहर निकलें।
– आउटडोर गतिविधियां कम से कम करें।
– सर्दियों में घर में दुबके ना रहें, बल्कि धूप सेंकें।
– मीठा, नमकीन और खट्टा कम खाएं।
– एक मोटा कपड़ा पहनने की बजाए कपड़ों की कई तह पहनें।
– संतुलित, पोषक और ताजा भोजन खाएं।
– अल्कोहल और कैफीन के सेवन से बचें, क्योंकि ये शरीर से ऊष्मा को तेजी से बाहर निकालते हैं।