दुनिया की लीडिंग टेक्नोलॉजी कंपनी एप्पल आज हर युवा का सपना है। इस कंपनी में नौकरी से लेकर इसका पहला प्रॉडक्ट खरीदना अपने आप में काफी खास होता है। रविवार को जब पीएम नरेंद्र मोदी और फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकेरबर्ग कैलिफार्निया स्थित फेसबुक हेडक्वार्टर पर थे तो मार्क ने इस कंपनी के पूर्व सीईओ स्टीव जॉब्स का जिक्र किया।
इससे पहले इसके सीईओ टिम कुक ने भी पीएम मोदी के सामने जॉब्स का जिक्र किया था। वाकई जॉब्स ने एप्पल को एप्पल बनाने में काफी मेहनत की थी।
एप्पल के सीईओ टिम कुक ने जब पीएम मोदी से मुलाकात की तो उन्होंने बताया कि जॉब्स ने उन्हें बताया था कि वह कंपनी के लिए प्रॉडक्ट्स को तैयार करने से लेकर नए आइडिया की प्रेरणा के लिए भारत गए थे।
पीएम मोदी के साथ एक खास मुलाकात में कुक ने बताया कि एप्पल और भारत के बीच एक खास रिश्ता है जिसका जिक्र अक्सर जॉब्स करते थे।
जॉब्स जिस समय वीडियो गेम बनाने वाली कंपनी के मामूली से इंप्लॉई थे, उस समय वह भारत आए थे। बताया जाता है कि जॉब्स ने वर्ष 1974 से वर्ष 1976 का समय भारत में बिताया था। इस दौरान उन्होंने उत्तर भारत का सबसे ज्यादा भ्रमण किया।
जॉब्स भारत के दर्शन और यहां के लोगों के पास मौजूद जानकारियों से काफी प्रभावित थे। उनके एक करीबी कॉट्टेके के मुताबिक जॉब्स किसी भी तरह से भारत जाने को बेताब थे। जॉब्स को उस समय इस बात का दुख था कि वह अपने मां बाप की एक गोद ली हुई संतान हैं।
जॉब्स राजधानी दिल्ली आए और यहां पर उन्होंने अपना काफी समय धोती कुर्ता और नंगे पैर ही बिताया। उस समय जॉब्स ने पूरी तरह से भारतीय संस्कृति को अपना लिया था। एक हिप्पी के तौर पर जॉब्स अपना समय बिता रहे थे। लेकिन वह भारत में गरीबी को देखकर दुखी रहते थे।
भारत में हुए कुछ अच्छे और कुछ बुरे अनुभवों को लेकर जॉब्स अमेरिका वापस लौट गए। इसके बाद उन्होंने अपने दोस्त स्टीव वोजनियाकी के साथ मिलकर स्टार्टअप कंपनी एप्पल की शुरुआत की थी।