राहुल गांधी शर्म करो,किसानो की जमीन वापस करो:
मंगलवार को अमेठी के किसानों ने राहुल गांधी का पुतला फूंका और उनके खिलाफ जमकर के नारेबाजी की। किसानों ने नारे लगाते हुए कहा- “राहुल गांधी शर्म करो किसानो की जमीन वापस करो।”किसानों का यह विरोध राहुल गांधी के कांग्रेस का अध्यक्ष निर्वाचित किए जाने के दो दिन बाद हुआ है।
कौहार गांव में बंद पड़ी सम्राट साइकिल फैक्ट्री की भूमि वापस लेने की मांग को लेकर कंपनी के गेट के सामने सांसद राहुल गांधी के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों ने भूमि वापस नहीं होने पर दशा में बड़े प्रदर्शन का अल्टीमेटम दिया है।
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किया था रोजगार दिलाने का वादा :
इन किसानों का कहना है कि राजीव गांधी फाउंडेशन को उन्होंने अपनी जमीन दी थी, जिसके बदले उन्हें रोजगार देने की बात कही गई थी, लेकिन अभी तक कांग्रेस ने अपना वादा पूरा नहीं किया है। ऐसे में धरना-प्रदर्शन करते किसाने ने कहा कि या तो उन्हें रोजगार दिलाया जाए या उनकी जमीन वापस कर दी जाए।
किसानों धमकी देते हुए कहा कि अगर कांग्रेस ने अपना वायदा पूरा नहीं किया तो वह निर्माण कार्य को ध्वस्त कर देंगे। इस पर किसानों ने कुछ पोस्टर भी इलाके में चिपकाएँ जिसमें लिखा हुआ है कि राहुल गाधी शर्म करो..किसानों की जमीन वापस करो।
क्या राहुल सच में किसानों के हितैषी हैं :
यदि राहुल गांधी सचमुच किसानों के हितैषी हैं तो किसान को उसकी जमीन वापस करें।”
-किसानों ने कहा, “फैक्ट्री कई साल से बंद पड़ी है न हमें रोजगार मिला न हमारी जमीन वापस मिल रही है।”
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192 परिवारों की 65.57 एकड़ ज़मीन 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के आह्वान पर योगेंद्र ने अपनी सौ बीघा जमीन यूपीएसआईडीसी को दे दी थी। औद्योगिक क्षेत्र कौहार स्थित 65.57 एकड़ भूमि पर मेसर्स सम्राट बाइसाइकिल के नाम से कंपनी चलाने के लिए जैन बंधुओं ने ली थी।
राजीव गांधी ट्रस्ट ने नियमानुसार नीलामी में हिस्सा लेकर खरीदी जमीन:
कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा ने बताया – “राजीव गांधी ट्रस्ट ने ये जमीन नियमानुसार नीलामी में हिस्सा लेकर खरीदी थी। कांग्रेस के मुताबिक इस मामले में अगर कोई हेरफेर हुई है तो इसके लिए यूपीएसआईडीसी, अमेठी प्रशासन और सम्राट कंपनी ज़िम्मेदार है ना कि राजीव गांधी ट्रस्ट।”