सोना में गिरावट का सिलसिला लगातार जारी है। अभी सोना साढ़े पांच साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है। यही नहीं एक्सपर्ट्स की माने तो सोना की कीमत जल्द ही 20,000 हजार तक पहुंचने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।
सोने में गिरावट के पीछे कई कारण हैं। आइए जानते हैं उन 7 महत्वपूर्ण कारणों के बारे में जिनकी वजह से सोना औंधे मुंह गिर रहा है:-
1. वैश्विक उतार-चढ़ाव के चलते दूर जा रहे हैं निवेशक। यूएस, जापान, यूरोप अभी ठंडा है, जिससे नुकसान-फायदे की फिक्र निवेशकों को सता रही है। सोने में गिरावट का सीधा ईटीएफ पर भी पड़ रहा है।
2. विदेशों में कमजोरी के रुख के कारण सटोरियों के सौदों की कटान से वायदा कारोबार में सोने की कीमतों में गिरावट आई।
3. अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा वहां जल्दी ही नीतिगत ब्याज दर बढ़ाए जाने के अनुमानों से विश्व बाजार में सोने पर लगातार दबाव बना हुआ है और यह करीब 5 साल के निचले स्तर पर आ गया है। अमेरिका में ब्याज दर बढ़ने की संभावनाओं से डॉलर में मजबूती आई है निवेश के विकल्प के रूप में सोने की डिमांड कम हुई है।
4. 2015 की पहली छमाही में चीन में भी हालात कमजोर हैं। लगभग 24 प्रतिशत मांग में कमी आई है। जानकारों का कहना है कि सोने की सबसे ज्यादा खरीदारी चीन में होती है। वर्तमान में चीनी बाजार में जोरदार बिक्री हो रही है। इसके अलावा सोने का स्टॉक रखने वाले दलाल भी सोने की ज्यादा बिक्री कर रहे हैं। जिससे इसका दाम लगातार गिर रहे हैं।
5. क्रूड, सोने की कीमतें भी डॉलर्स में तय होती हैं। डॉलर की मजबूती मतलब सोने की कमजोरी।
6. उभरते हुए देशों से सोने के सबसे बड़े खरीददार और केंद्रीय बैंक सोना कम खरीद रहे हैं।
7. सोने से ब्याज और लाभांश की कमाई नहीं होती। यदि यूएस दर बढ़ाता है, ब्याज से हुई आय भी बढ़ती है। इसिलए निवेशक अभी गोल्ड से दूरी बना रहे हैं।