90 के दशक में भी एक करोड़ रुपए फीस लेने वाली पहली एक्ट्रेस :
‘लेडी सुपरस्टार’ 24 फरवरी की रात इस दुनिया को छोड़कर चली गईं। उनका इस तरह से जाना उनके चाहने वालों को रुसवा कर गया। किसी को उम्मीद नहीं थी कि ‘रूप की रानी’ श्रीदेवी इस तरह दुनिया को अलविदा कह जाएंगी। 90 के दशक में भी एक करोड़ रुपए फीस लेती थी। इतनी फीस लेने वाली वह पहली एक्ट्रेस थीं।
करीब 300 फिल्में करने के बाद इस रूप की मल्लिका ने ग्लैमर जगत से ज्यादा अपने घर-परिवार को तरजीह दी और अपनी पारिवारिक जिंदगी में रच-बस गईं।
15 साल की दूरी के बावजूद भी श्रीदेवी का शानदार अभिनय :
ग्लैमर जगत से उनकी बढ़ती दूरी से प्रशंसकों को लगने लगा कि शायद वह दोबारा रुपहले पर्दे की वापसी न करें लेकिन वर्ष 2012 सिने प्रेमियों और उनके प्रशंसकों के लिए अच्छी खबर लेकर आया। श्रीदेवी ने ‘इंग्लिश विंगलिश’ से वापसी की।
अभिनय से 15 साल की दूरी के बावजूद इस फिल्म में श्रीदेवी का शानदार अभिनय देखने को मिला। इसके बाद 2017 में आई ‘मॉम’ में भी उनका अभिनय सराहा गया।
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अमिताभ बच्चन को बॉक्स ऑफिस पर टक्कर देने वाली पहली अभिनेत्री थी श्रीदेवी :
उस दौर में महानायक अमिताभ बच्चन को बॉक्स ऑफिस पर यदि किसी अभिनेत्री से चुनौती मिली तो वह श्रीदेवी थीं।श्रीदेवी को अपनी फिल्मों में लेने के लिए प्रोड्यूसर उनके घर के चक्कर काटते रहते थे। उस दौर में किसी फिल्म में अमिताभ बच्चन का होना जिस तरह से फिल्म की सफलता की गारंटी माना जाता था
उसी तरह से यह फॉर्मूला श्रीदेवी पर भी लागू होता था। यानि फिल्म में यदि श्रीदेवी हैं तो फिल्म का हिट होना तय है। बॉलीवुड के उस दौर में बॉक्स ऑफिस पर अभिनेताओं का दबदबा होता था, नायिक प्रधान फिल्में बनाने की जोखिम कोई नहीं उठाना चाहता था।
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‘लेडी सुपरस्टार’ और ‘लेडी अमिताभ’ जैसे नामों से नवाजा गया :
श्रीदेवी ने फिल्म निर्माताओं की इस अवधारणा को भी बहुत हद तक तोड़ा। लेकिन बॉलीवुड में उनकी पहचान ‘चांदनी’, ‘नगीना’ ‘चालबाज’ ‘लम्हे’ ‘मिस्टर इंडिया’ और ‘खुदा गवाह’ जैसी फिल्मों से बनीं।
उस दौर में श्रीदेवी का अभिनय और उनका दमदार नृत्य फिल्म की सफलता का पर्याय बन गया था। बॉक्स ऑफिस पर श्रीदेवी की सफलता को देखते हुए उन्हें ‘लेडी सुपरस्टार’ और ‘लेडी अमिताभ’ जैसे नामों से नवाजा गया। बाद में यह रुतबा कम ही अभिनेत्रियों को नसीब हो सका।