साफ, मजबूत और चमचमाते हुए दांत हर किसी को अच्छे लगते हैं। लगें भी क्यूँ न क्यूंकि ये आपकी हंसीं को चार चाँद लगा देते हैं। दांतों की केयर करना भी बेहद जरूरी है, वरना उनमें कैविटी हो सकती है। ऐसे में ब्रश करने से लेकर अन्य आदतों में सुधार लाना बेहद जरूरी है, जो इंसान जाने-अनजाने में करता है। अपनी आदत को सुधार कर दांतों को स्ट्रांग बनाया जा सकता है।
बढ़ती उम्र के पड़ाव में दांतों की दिक्कत होना तो लाज़मी है लेकिन देखा जाए तो आज युवा और बच्चे भी दांतों में बढ़ रही परेशानियों से अछूते नहीं हैं। जब तक परेशानी ज्यादा बड़ी ना हो जाए, लोग दांतों पर ध्यान ही नहीं देते हैं। जबकि समय रहते दांतों की सेहत का ख्याल रखना भी हमारे लिए उतना ही ज़रूरी हैं, जितना शरीर के अन्य हिस्सों का ख्याल रखना।
क्या आपके ब्रश करने का तरीका है सही:
इसके लिए सबसे पहले आपका ब्रश सही होना चाहिए। इसके बाद आप किस तरह से दांतों में ब्रश करते हैं, यह भी दांतों की सेहत के लिए बहुत जरुरी है। क्योंकि गलत तरीके से ब्रश करना दांतों को सबसे बड़ा नुक्सान पहुंचाती है। कभी भी जोर से दबाकर ब्रश नहीं करना चाहिए।
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इससे मुंह में संक्रमण हो सकता है। ब्रश को हमेशा नरमी से मुंह में सर्कुलर मोशन में करें, ऐसा करने से आपके दांतों पर जमी गंदगी साफ हो जाएगी। लगभग 2 से 3 मिनट तक ब्रश करने के बाद अच्छी तरह कुल्ली कर लें। 2 से 3 महीने के बीच अपना टूथब्रश जरुर बदलें।
जीभ की सफाई भी बहुत जरूरी है,अगर जीभ गंदी रह जाएगी तो उस पर बैक्टीरिया पनप सकते हैं जोकि मुंह की दुर्गंध का कारण भी होते है. ब्रश करने के साथ-साथ जीभ साफ़ करने की आदत डालें।
फलों में कई तरह के एंजाइम और दूसरे जरूरी तत्व होते हैं जो दांतों को नेचुरल तरीके से साफ कर देते हैं। खासतौर पर ऐसे फल जिनमें विटामिन सी की मात्रा हो।
गलत आदतों के कारण भी होता है नुक्सान :
कुछ लोग धूम्रपान ,गुटखा का सेवन करते हैं जो कि पूरे शरीर के लिए ही हानिकारक है, लेकिन इससे दांतों पर खासतौर पर नुकसान पहुंचता है। धूम्रपान और गुटखा खाने से दांतों में प्लेग विकसित होने की आशंका बढ़ जाती है। इससे मसूड़े खराब होने लगते हैं।
बड़े बच्चों को भी कम चीनी वाले स्नैक्स खाने के लिए प्रोत्साहित करें, जैसे कि विटामिन सी युक्त फल, पनीर और सब्जियां। छोटे बच्चे को चबाने वाली कैंडी, चोकलेट की आदत न डालें। इससे उम्र बढ़ने के साथ-साथ दांतों पर बुरा असर हो सकता है।
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कई लोगों को बचपन से ही दांतों से नाखून चबाने की आदत होती है। अगर आपमें भी यह आदत है तो आज ही इसे छोड़ दें। नाखून को चबाने से दांतों में दरार पड़ने लगते हैं। इसके साथ ही मुंह में कीटाणु जमा होने की आशंका भी बढ़ जाती है और फिर बीमार हो सकते हैं।
चाय-कॉफ़ी पीना करें कम:
शक्कर मुंह में जाने के बाद एसिडिक हो जाती है, जिसके कारण दांतों को नुकसान पहुंच सकता है। इन एसिडिक तत्वों के कारण दांतों में कैविटीज़ की समस्या हो सकती है। दांतों की बेहतरी के लिए एसिडिक फल, चाय और कॉफ़ी का इस्तेमाल कुछ हद तक कम कर दें।