छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नक्सल समस्या के खात्मे के लिए प्रयासरत केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान यहां ग्रामीणों का दिल जीतने के लिए हल भी चला रहे हैं। छत्तीसगढ़ के दक्षिण क्षेत्र बस्तर का जिला सुकमा राज्य के सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में से एक है।
नक्सली इस जिले में लगातार घटनाओं को अंजाम देते रहे हैं और माना जाता है कि भय की वजह से ग्रामीणों से सुरक्षा बलों को किसी भी तरह की मदद नहीं मिल पाती है। इस भय को दूर करने के लिए यहां तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने ग्रामीणों को खेती के दौरान मदद करने का फैसला किया है। सुकमा जिले के खेतों में अभी बंदूक चलाने वाले जवानों को हल चलाते हुए भी देखा जा सकता है। सीआरपीएफ यहां के किसानों की जमीन को ट्रैक्टर से जुताई कर उपजाउ बनाने में मदद कर रहा है।
सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ ने देखा कि यहां के किसान खेती के दौरान परंपरागत तरीके से खेती कर रहे हैं। इसके माध्यम से वह मेहनत तो खूब कर रहे हैं लेकिन उन्हें इस मेहनत का फायदा नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में इस अर्ध सैनिक बल के जवानों ने किसानों की मदद करने की सोची और अब किसानों की जमीन की जुताई के लिए ट्रैक्टर का प्रबंध किया जा रहा है।
अधिकारी कहते हैं कि इसके माध्यम से सीआरपीएफ और आदिवासियों के बीच अच्छे संबंध तो बन ही रहे हैं साथ ही इससे गरीब किसानों की मदद भी हो रही है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के गरीब किसानों की मदद का विचार सीआरपीएफ की दूसरी बटालियन के कमांडेेंट वीवीएन प्रसन्ना के मन में आया था। इसके बाद प्रसन्ना ने किसानों के सामने इस योजना को रखा। अब किसान अपने खेतों की जुताई के लिए सीआरपीएफ की मदद ले रहे हैे।
Pingback: नौकरी न मिलने पर यदविंदर सिंह ने कुछ यूँ लगाया दिमाग, जैविक हल्दी की खेती कर ऐसे कमाया मुनाफा । - Zindagi