इराक में आईएस आतंक और जिहाद के नाम पर मानवता के साथ क्रूर मजाक कर रहा है। उसने यजीदी समुदाय की महिलाओं को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। 10-12 साल तक की बच्िचयों को भी सेक्स स्लेव बनाने के लिए आईएस के आतंकी उठा ले जाते हैं। उनका सामूहिक दुष्कर्म करते हैं और घायल जिहादियों को जिंदा रखने के लिए यजीदी महिलाओं का खून निकाल लेते हैं। यह दिल दहला देने वाली कहानी एक ऐसी ही यजीदी महिला ने बताई, जिसे आतंकियों ने उसके छोटे बच्चे के साथ बंधक बना रखा था।
19 वर्षीय यजीदी सेक्स स्लेव ने हमशी के रूप में पहली बार अपनी पहचान उजागर करते हुए दिल दहलाने वाली दास्तां बयान की है। उसने बताया कि आतंकी अपने घायल लड़कों को जिंदा रखने के लिए बंधक बनाई गई यजीदी महिलाओं और बच्चों का खून निकाल लेता है। वह पूछती हैं कौन सा खुदा इन कामों की इजाजत देता है?
जब इस्लामिक आतंकियों ने उसका अपहरण किया, तो वह गर्भवती थी। माना जा रहा है कि उसके पति की आतंकियों ने हत्या कर दी थी। 28 दिनों तक आईएस के आतंकियों के पास बंधक बनी रहने के बाद वह अपने छोटे बच्चे के साथ वहां से भागने में कामयाब रही।
ऐसे भाग निकली
उसने बताया कि हर आतंकी एक यजीदी महिला को ले गया। उनमें से एक मुझे भी अपने साथ ले गया, उसने कहा कि यदि तुमने मुझसे शादी नहीं की तो मैं तुम्हें खाना या पानी नहीं दूंगा। उसने बताया कि एक दिन मेरा बच्चा प्यास के कारण रो रहा था। मैंने दरवाज खटखटाया और देखा कि गार्ड बाहर सो रहे हैं। मैंने उनसे पानी की बोलत ली और मौका देखकर वहां से भाग निकली। मैं अगले चार घंटे तक चलती रही।
हमशी ने बताया कि मैं एक अरब व्यक्ित के पास पहुंची, वह मुझे अपने घर ले गया। अगले तीन दिनों तक उसने मेरी देखभाल की। इसके बाद वह मुझे बरदा रश में पेशमर्गा चेक प्वाइंट ले गया। मैं वहां सात घंटों तक रही। इसके बाद मेरा भाई वहां आया और वह मुझे वापस ले गया। हमशी की मां ने कहा कि हमें उम्मीद नहीं थी कि वह वापस लौट पाएगी। हमारा परिवार बर्बाद हो गया है। यजीदी समुदाय बर्बाद हो गया है।