Pure Shilajit को भारतीय आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में सबसे महत्वपूर्ण पदार्थों में से एक माना जाता है। यह लंबी उम्र और कई अन्य बीमारियों के लिए हजारों वर्षों से उपयोग किया जा रहा है। Shilajit एक मोटा, काले-भूरे रंग का खनिज तारकोल है, जो हिमालय पर्वतों में दरारें से गर्मियों में तापमान बढ़ने पर बाहर निकल जाता है। यह देखने में तारकोल की तरह काला और गाढ़ा होता है जो सूखने के बाद एकदम चमकीला रूप ले लेता है। Shilajit सदियों पुराने, विघटित पौधों से बना है जो कि विटामिन, खनिज और अन्य पोषक तत्वों का शक्तिशाली स्रोत हैं। यह एक शक्तिशाली अनुकूलन है, जो सभी प्रकार के मानसिक और शारीरिक तनाव से बचाव में मदद करता है। इसमें ऐसे तत्व होते हैं जो हमारे शरीर में रक्त को साफ करके रक्त परिसंचरण में सुधार करने में मदद करते हैं। इससे कई हेल्थ प्रॉब्लम कंट्रोल होती हैं। आयुर्वेद के अनुसार shilajit में 85 तरह के मिनरल्स पाए जाते हैं। इसी वजह से इसके कई Health Benefits हैं।
Pure Shilajit Health Benefits (Pure Shilajit के स्वास्थ्य लाभ):
1. For Sharp Mind :
एक तेज दिमाग सभी की जरूरत है और pure shilajit इस जरूरत को पूरा करने में मददगार साबित हो सकता है। शिलाजीत याददाश्त बढ़ाता है और दिमाग को पोषण देता है। यह तनाव को दूर रखता है और एकाग्रता में भी सुधार करता है।
2. For Diabetes:
जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है, उनके लिए भी शिलाजीत बेहद कारगर है। एक चम्मच शहद तथा एक चम्मच त्रिफला चूर्ण के साथ दो रत्ती शिलाजीत मिलाकर सेवन करने से डायबिटीज ठीक हो जाता है।
3. For Arthritis:
जोड़ों की सूजन और अकड़न के कारण जोड़ों का दर्द बढ़ जाता है। शिलाजीत जोड़ों के असहनीय दर्द और सूजन से राहत देता है और अकड़न दूर करके यह जोड़ों को मजबूत भी बनाता है। शिलाजीत में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं और शिलाजीत जोड़ों के दर्द को कम करके गठिया के इलाज में मदद करता है। यह जोड़ों को मजबूत बनाता है और जोड़ों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाने में भी मदद करता है।
4. high cholesterol level:
उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर शरीर के रक्त प्रवाह में रुकावट पैदा कर सकता है जिसके कारण हार्ट अटैक जैसी समस्याएं हो सकती हैं। शिलाजीत रक्त में स्वस्थ कोलेस्ट्रॉल स्तर बनाकर इस बीमारी से छुटकारा दिलाने में बहुत मददगार है। शिलाजीत कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है और दिल से संबंधित अन्य समस्याओं को कम करने में भी मदद करता है।
5. For High Blood Pressure:
उच्च रक्तचाप एक हृदय रोग है और आज की जीवनशैली के कारण अधिकांश लोग इस समस्या से पीड़ित हैं। रक्तचाप पर नियंत्रण न होने से हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है। शिलाजीत का सेवन करने से न केवल रक्तचाप सामान्य स्थिति में रहता है अपितु मानव हृदय रोग से भी दूर रहता है। शिलाजीत के इस्तेमाल से रक्त शुद्ध होता है और नसों में रक्त संचार बढ़ता है जिसके कारण पूरे शरीर में कान्ति उभरती है और शरीर को ताकत मिलती है।
6. For Anemia:
एनीमिया (anemia) का मुख्य कारण शरीर में खून की कमी है। इससे शरीर में बहुत थकान होती है, रोगी को सामान्य रूप से साँस लेने में समस्या होती है एवं चक्कर भी आते हैं। शिलाजीत रक्त बनाने में मदद करता है और शरीर में फुर्ती भर देता है। शिलाजीत में ह्यूमिक एसिड और आयरन पाया जाता है। इस प्रकार शिलाजीत आयरन की कमी के कारण होने वाले एनीमिया के इलाज में सहायक साबित होता है।
How To Use Pure Shilajit
गलत तरीके से प्रयोग की हुई शिलाजीत आपको नुकसान पहुंचा सकती है। शिलाजीत से स्वास्थ्य लाभ के लिए इसको कैसे प्रयोग करना है, यह भी जानना जरुरी है। शुरुआत में आपको बहुत थोड़ी मात्रा से होना चाहिए।
शिलाजीत तरल और पॉवडर दोनों रूपों में मिलता है। शिलाजीत का उपयोग निर्देशानुसार ही करें अधिक मात्रा में इसका सेवन हानिकारक भी हो सकता है। यदि आप शिलाजीत को तरल रूप में उपयोग करते हैं तो मटर के दाने जितनी मात्रा में शिलाजीत को पानी में मिलाये और दिन में 2 बार सुबह और रात के खाने के बाद पिए। शिलाजीत पॉवडर को आप दूध के साथ दिन में 2 बार ले सकते हैं।
or as directed by Healthcare Professional.
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