हानिकारक केमिकल्स से त्वचा की समस्याएं :
होली मस्ती और उमंग का त्योहार है। एक दूसरे को रंग लगाने के अलावा यह त्यौहार प्यार और भाईचारे का है। पिचकारी से एक-दूसरे पर पानी या रंग डालकर इस पर्व का मजा लेते हैं।
विभिन्न क्षेत्रों में होली खास तरीकों से खेली जाती है। होली खेलने के दौरान एलर्जी,जलन,बालों का खराब होना जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
होली के रंगों में संभावित हानिकारक केमिकल्स से त्वचा की समस्याएं होने से स्वास्थ्य को बहुत बड़ा खतरा होता है। इनसे खुजली, लालिमा, सूखापन का एहसास और फुंसियां हो सकती है।
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होली के रंगों का प्रभाव बालों पर भी पड़ सकता है। कई लोगों को होली के बाद बालों का झड़ना, सिर की त्वचा पर खुजली, गंजापन, बालों का बेजान और रूखा होने जैसी समस्याओं का सामान करना पड़ता है।
होली के जश्न के बाद लोगों में पाई जाने वाली आम समस्याएं आंखों से जुड़ी होती हैं। जिनमें जलन, खुजली, आंखों में अधिक पानी आना, रोशनी के प्रति अधिक संवेदनशीलता, आंखों में दर्द या लाल होने के लक्षण शामिल होते हैं।
होली के रंग से बचने के स्किन और हेयर टिप्स:
होली में रंगों से खेलने से पहले मॉइश्चराज़िंग लोशन, नारियल का तेल त्वचा पर लगा लें। इससे आपकी त्वचा सुरक्षित भी रहती है और बाद में रंग छुड़ाना भी आसान हो जाता है।
होली के रंगों से आपके बाल और सिर की त्वचा खराब हो सकती है, इसलिए रंगों से खेलने से पहले आप सिर और बालों में तेल लगा सकते हैं या कैप (टोपी) पहनकर उन्हें सुरक्षित रख सकते हैं।
चमकदार, स्वस्थ बालों को दोबारा पाने के लिए सिर पर अंडे की जर्दी या दही मलकर धो सकते हैं।
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होली मनाने के बाद अपने आपको साधारण पानी और साबुन से साफ करें।
आंखों में रंग चले गए हों तो उन्हें ठंडे पानी से धो लें।यदि आप कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं तो होली खेलने से पहले उन्हें निकालकर कर रख दें।