कैसे उठाएं मौके का लाभ :
अर्थशास्त्र में हर एक अवसर से जुड़ा एक मूल्य होता है, जिसे कहते हैं अवसर लागत मूल्य। यदि आसान शब्दों में समझना चाहें, तो यह वो मूल्य है जो हम खो देते हैं यदि हम प्राप्त मौके का लाभ नहीं उठा पाते।
जैसे, मान लीजिए, आपके पास मौका है, सेल में 30 किताबों को 1200 रूपये में खरीदने का। परन्तु आप समय रहते सेल का लाभ नहीं उठा पाते। और बाद में वहीँ 30 किताबें आपको खरीदनी पड़ती हैं, 1500 रूपये में।
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यहाँ पर अवसर लागत मूल्य है, 1500-1200. 300 रूपये। ठीक इसी प्रकार जीवन में आए प्रत्येक अवसर को खो देने की भी एक कीमत होती है। और इसका मोल चंद रुपयों से नहीं आँका जा सकता। कभी- कभी तो एक अवसर खोने का अर्थ होता है, जीवन को ही गँवा देना। आपको आज जो अवसर मिल रहा है उसका पूरा फायदा उठा लो। क्या पता कल ऐसा अवसर मिले ना मिले।
जो अवसर मिला उसको न गवाएँ :
हर जिन्दा मनुश्य को यह जरुर लगता है कि मैं नहीं मरुँगा परन्तु कब कौन किसका साथ छोड़ दे क्या पता इसलिए हम अवसर वादी बने। हमें जो अवसर मिला उसका फायदा जरुर उठावे। अगर हमें पढ़ने का अवसर मिला तो ऐसा पढ़े कि पूरे में पूरे अंक प्राप्त हो। हमें कम्प्यूटर सीखने का अवसर मिले तो ऐसा सीखे एक-एक पोइन्ट ताकि कभी भी कोई सीखा हुआ ज्ञान हमारे कब काम आ जाए हमें नही पता। …
क्या है ? जीवन का अर्थ :
एक बार एक व्यक्ति ने संत से पूछा – ’महात्मन! जीवन का अर्थ क्या है?’ उत्तर देते हुए महात्मा जी ने कहा- ’जीवन तो एक अवसर है, जिसे अर्थ देना या निरर्थक बनाना इंसान के हाथ में है।’
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इसलिए कहा भी गया है, कभी भी किसी भी मौके को यूँ ही जाने मत देना। … किसी ने बहुत सुन्दर कहा- वे लोग भाग्यशाली होते हैं, जिन्हें सुअवसर प्राप्त होते हैं। वे लोग बहादुर होते हैं, जो अवसरों को बनाते हैं। किन्तु वे लोग ही विजेता होते हैं, जो अपने मुश्किल क्षणों को भी सुअवसर में बदल देते हैं।